सातनपुर मण्डी में डीएम का छापा, मण्डी सचिव को हड़काया

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फर्रुखाबाद: शहर क्षेत्र के सातनपुर स्थित नवीन गल्ला मण्डी में बीते कई दिनों से सड़क के दोनो तरफ मण्डी के मुख्य द्वार से सेन्ट्रल गेट चौराहे व आईटीआई चौराहे की तरफ लम्बी-लम्बी लाइनें लगीं हैं। जिस बजह से जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी ने आज मंगलवार को गल्लामण्डी में आकस्मिक छापा मारकर निरीक्षण किया। अनियमिततायें मिलने पर मण्डी सचिव धर्मेन्द्र सिंह यादव की जमकर क्लास लगायी।

जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी दोपहर गल्ला मण्डी में सीधे सरकारी एजेंटों की दुकानों पर जा धमके। जिलाधिकारी के साथ में सिटी मजिस्ट्रेट भगवानदीन वर्मा भी पहुंचे। निरीक्षण के दौरान मण्डी सचिव धर्मेन्द्र सिंह यादव से जिलाधिकारी ने मण्डी के अंदर सरकारी गेहूं खरीद केन्द्रों के नाम के बारे में पूछा। जिसका जबाव मण्डी सचिव स्पष्ट रूप से नहीं दे सके तो जिलाधिकारी ने सचिव को हड़काते हुए कहा कि जब तुम्हें यहां के खरीद केन्द्रों के बारे में जानकारी नहीं तो काम करने लायक ही नहीं हो।

काफी देर सचिव से बातचीत के बाद जिलाधिकारी जब मण्डी का निरीक्षण कर रहे थे तभी सरकारी एजेंट अपनी दुकानें बंद कर मौके से खिसक लिये। उन्होंने डिपो इंचार्ज व डिप्टी आर एम ओ यादराम वर्मा से एजेंटों की जानकारी चाही तो वह भी हीलाहवाली करने लगे। तभी बीच में एक 60 वर्षीय वृद्व किसान रामनरेश ने पीछे से तेज आवाज में बोलते हुए कहा कि साहब यहां सब भ्रष्ट हैं। 1080 रुपये में गेहूं खरीद रहे हैं। अतरिया निवासी कर्मबीर सिंह ने एजेंटों पर घटतौली का आरोप भी लगाया। कर्मबीर सिंह ने जिलाधिकारी से शिकायत की कि सरकारी एजेंट 50 किलो से अधिक (50 किलो 500 ग्राम) के बदले में मात्र 49 किलो का ही भुगतान कर रहे हैं।

जिलाधिकारी का रुख फिर से सचिव धर्मेन्द्र की तरफ मुड़ गया। जिसको सचिव ने सफाई देते हुए कहा कि 700 ग्राम से अधिक बजन का तो बोरा होता है। जिसका बजन निकालकर किसानों को 49 किलो का मूल्य दिया जा रहा है। जिलाधिकारी ने सचिव के अलावा डिप्टी आरएमओ को डेली परचेज की रिपोर्ट देने के निर्देश दिये और उन्होंने मण्डी सचिव के अलावा अन्य कर्मचारियों के पेंच कसते हुए कहा कि अगर दोबारा इस तरह की शिकायत मिली तो सीधी नौकरी जायेगी।

लेखपाल घर-घर जाकर करेंगे किसानों के भुगतान की जानकारी
जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी से एजेंटों ने शिकायत की कि ऊपर से उन्हें अभी भुगतान नहीं मिला है। जिस बजह से किसानों का भी भुगतान अभी नहीं हो पाया है। जिस पर जिलाधिकारी ने डिप्टी आर एम ओ यादराम को एजेंटों को शीघ्र भुगतान करने के निर्देश दिये। उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट भगवानदीन को निर्देशित करते हुए कहा कि लेखपालों को घर-घर भेजकर यह पता करवायें कि उनका भुगतान हो गया है या नहीं। उन्होंने एजेंटों को निर्देश दिये कि किसी भी किसान को नगद भुगतान न देकर चेक से ही भुगतान किया जाय।

वाह भाई वाह तो क्या नेतागीरी खत्म कर दोगे
जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी जब किसानों से रूबरू हो रहे थे तो आलू आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष सतीश वर्मा भी पहुंच गये और उन्होंने जिलाधिकारी की तरफ उंगली उठाते हुए कुछ कहा। तभी अचानक उनको पीछे से किसी ने आवाज दी अरे रहने दो। उस व्यक्ति का इतना कहना था कि नेता जी की त्यौरी चढ़ गयीं और अखबारों में छपने के सौकीन आलू एसोसिएशन के अध्यक्ष ने तिलमिलाते हुए उस व्यक्ति को डांट दिया। बोले बेकार की बात मत करो! वाह भाई वाह, तो क्या नेतागीरी खत्म कर दोगे!