फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो)पूर्व आरईएस ठेकेदार की पत्नी के साथ सरेराह टप्पेबाजी की घटना को अंजाम दिया गया| टप्पेबाज उनके पास से जेबरात व नकदी के साथ मोबाइल भी लेकर गये|
थाना कादरी गेट के ग्राम नरायनपुर निवासी उमेश चन्द्र राजपूत आरईएस विभाग में पूर्व में ठेकेदारी करते थे| उनकी पत्नी गीता देवी घर से बाजार जानें के लिए निकलीं| वह जैसे ही गाँव से निकल कर इटावा-बरेली हाई-वे पर चढ़ी तो उन्हें एक टप्पेबाज मिला| उसने कहा की तुम्हारे घर में परेशानी चल रही है| गीता देवी को बातों के जाल में फंसा लिया| कुछ दूर बाद रिलायंस पम्प के निकट बेबर रोड पर टप्पेबाज का दूसरा साथी भी मिला| दोनों नें मिलकर गीता देवी को अपने जाल में फंसा लिया और कहा कि उनके परिवार में समस्या चल रही है| लिहाजा वह अपने कानो के कुंडल व् गले की चेन भी निकाल दे| महिला गीता देवी टप्पेबाजों की बात में आ गयीं जिससे टप्पेबाजों नें महिला को बेबर रोड पर दस कदम चलने को कहा, जब महिला दस कदम चलकर वापस लौटी तो टप्पेबाज गायब थे| टप्पेबाज महिला के कुंडल, चेन, मोबाइल व कुछ रूपये भी लेकर फरार हो गये| सूचना मिलने पर कोतवाल सत्यप्रकाश, सेंट्रल जेल चौकी प्रभारी प्रशांत कुमार आदि मौके पर पंहुचे| उन्होंने तहकीकात की|
एआरटीओ कार्यालय के सामने डेढ़ माह पूर्व भी हुई थी टप्पेबाजी
बीते लगभग डेढ़ माह पूर्व भी एआरटीओ कार्यालय के सामने पूर्व सैनिक की पत्नी नेकपुर कला निवासी राजेंद्री देवी पत्नी स्वर्गीय विनोद कुमार को टप्पेबाजों नें अपना निशाना बना लिया| राजेन्द्र देवी नें अपने घर से निकाल कर जेबरात दे दिये थे| पुलिस नें कुछ घंटे हाथ पैर मारनें के बाद मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया|
टप्पेबाजों को पकड़ने में नाकाम पुलिस
शहर के विभिन्य थानों में टप्पेबाजों नें कई घटनाओं को अंजाम दिया| लेकिन पुलिस के शिकंजे में अभी तक एक भी टप्पेबाज पकड़ नही पायी| दरअसल पुलिस घटना के बाद केबल सीसीटीवी का सहारा लेती है| यदि सीसीटीवी है तो ठीक नही तो फिर पुलिस का खुद का नेटवर्क फेल नजर आता है| कोतवाल फतेहगढ़ सत्यप्रकाश नें बताया कि जांच की जा रही है | जाँच के बाद कार्यवाही होगी |