प्रशासन की लापरवाही से गेहूं खरीद के नाम पर किसानों का शोषण

Uncategorized

फर्रुखाबाद: प्रशासन की लापरवाही से जनपद के गेहूं खरीद केन्द्रों पर केन्द्र प्रभारी ठेकेदार व बिचौलिये मिलकर किसानों का जमकर शोषण कर रहे हैं। केन्द्रों पर 1285 रुपये प्रति कुन्तल बिकने वाला गेहूं किसान दलालों व बिचौलियों को 1050 से 1100 रुपये प्रति कुन्तल गेहूं बेचने को मजबूर हैं। वहीं गेहूं खरीद केन्द्र प्रभारी बारदाना न होने का बहाना बनाकर किसानों का गेहूं खुले आसमान में डालकर कई दिनों तक नहीं तौल रहे हैं।

निविया स्थित यूपी एग्रो के गेहूं खरीद केन्द्र पर सचिव शरद कुमार श्रीवास्तव, ठेकेदार पायल गुप्ता ने किसानों का गेहूं एक सप्ताह से खुले आसमान में डाल रखा है व किसानों से वारदाना न होने का रोना रोया जा रहा है। जिससे किसान बेहद परेशान हैं। किसान बाबा ठाकुर, नरबीर सिंह, अभय प्रताप, राममोहन, रामनिवास निवासी निविया का का कहना है कि यदि बारिश हो गयी तो उनकी पैदा की हुई फसल बर्बाद हो जायेगी। जबकि केन्द्र सचिव मण्डियों से खरीद कर स्टाक कर रहे हैं।

वहीं उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी कल्याण निगम अहिलामई का राजेपुर के पट्टी भरखा में गेहूं खरीद केन्द्र खोला गया है। जहां केन्द्र प्रभारी विजय कुमार व ठेकेदार श्यामसुन्दर गल्ला मण्डी से गेहूं खरीदकर सरकारी वारदाना में पैकिंग कर रहे हैं। ठेकेदार श्यामसुन्दर के भाई पप्पू की घटियाघाट गल्लामण्डी में गेहूं खरीद की दुकान है। जहां से प्रति दिन गेहूं पैक होकर तांगे से केन्द्र पर पहुंचा दिया जाता है। अहिलामई निवासी किसान राधेश्याम, रूपलाल, धनपाल, लक्ष्मीनरायन का कहना है कि हमारा गेहूं 11 रुपये प्रति कुन्तल के हिसाब से दलाल द्वारा खरीदा जा रहा है। यदि हम लोग अपनी किसानबही दिखाकर गेहूं बेचते हैं तो केन्द्र प्रभारी व ठेकेदार वारदाना न होने की बात कहकर तौल से मना कर देते हैं।

यूपी एग्रो सलेमपुर का गेहूं खरीदकेन्द्र भरखा चौराहे पर खोला गया है। जहां केन्द्र प्रभारी श्रीनिवास व ठेकेदार सुरजीत सिंह ने बताया कि उनके पास बारदाना नहीं है वह प्राइवेट बोरों में अपना मार्का लगाकर खरीद कर रहे हैं। वहीं भरखा निवासी किसान मानसिंह, रामरतन व पट्टी दारापुर निवासी देशराज का कहना है कि सचिव व ठेकेदार उनकी जोतवही पर गेहूं खरीद नहीं कर रहे हैं गेहूं उनसे नगद लिया जाता है व एक हजार 50 रुपये प्रति कुन्तल के हिसाब से उन्हें रुपये दिये जाते हैं। बाद में ये लोग अपने बोरों में पैकिंग करा देते हैं।

पीसीएफ का परमनगर के नाम से गेहूं खरीदकेन्द्र सलेमपुर में खोला गया है। जहां सचिव अजब सिंह का कहना है कि हम लोन वाला ही गेहूं खरीद रहे हैं। बाकी गेहूं के लिए हमारे पास वारदाना नहीं है। हम उतना ही गेहूं खरीद रहे हैं जिससे वसूली हो सके। वहीं ग्रामीण किसान उजागर सिंह, शिवरतन, मोरपाल का कहना है कि उनका गेहूं साढ़े दस से 11 रुपये प्रति किलो के हिसाब से खरीदा जा रहा है। बाद में केन्द्र प्रभारी पैकिंग करा देते हैं। जिससे हम लोगों को भारी घाटा उठाना पड़ रहा है।