घर के मुख्य द्वार पर ताला लटकाया तो समझो चोरी होना तय

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फर्रुखाबाद: कहते हैं कि ताले सिर्फ शरीफ आदमियों के लिए ही लगाये जाते हैं और चोर तो ताला तोड़ने के लिए ही आते हैं। इसी क्रम में ताबड़तोड़ हो रही एक के बाद एक चोरियों के द्वारा चोरों ने जो तरीका अपनाया है वह बिलकुल एक दूसरे से मिलता जुलता नजर आ रहा है। जहां एक तरफ पुलिस अधीक्षक नीलाब्जा चौधरी एक समारोह में सर्व समाज के सामने यह बात कह चुके हैं कि अपराध पूर्ण रूप से रोका नहीं जा सकता वल्कि कम किया जा सकता है। लेकिन चोरी की समस्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है और पुलिस चोरों के सामने बिलकुल निष्क्रिय दिखायी दे रही है।

बीते एक माह में चोरों ने जो तरीका अपराया है वह एकदम मिलता जुलता इसलिए है कि चोर उसी घर को निशाना बना रहे हैं जिस घर के मुख्य द्वार पर किसी कारण से ताला लटक जाये। बात अगर आज की ही करें तो शहर के अंगूरीबाग निवासी मानसिंह पुत्र बालकराम, मेमरान निवासी विपिन शाक्य व मऊदरवाजा क्षेत्र के गढ़ी अशरफ अली निवासी अध्यापक रजनेश राठौर के घर चोरों ने उसी दौरान हमला बोला जब इन सभी के मकानों के बाहर ताले लटक रहे थे और तीनों ही घरों के लोग शादी समारोह में हिस्सा लेने गये थे। इसी दौरान चोरों ने इनके घरों को निशाना बनाया।

इससे पहले बीते दिन सैनिक कालोनी निवासी वीरेन्द्र सिंह राठौर जोकि दरबाजे में ताला लटका कर अपनी पुत्री की शादी में गये थे तब चोरों ने मुख्य द्वार का ताला तोड़कर हाथ साफ कर लिये। वहीं राजीवगांधी नगर कालोनी निवासी रिटायर्ड सूबेदार रामचन्द्र पाल अपने पूरे परिवार के साथ शादी समारोह में बीते 14 अप्रैल को गये थे। चोरों ने वहां भी अपना कारनामा करके लाखों रुपये के नगदी व जेबर उड़ा दिये। ऐसे ही दर्जनों वाकया सरकारी पन्नों में दर्ज हो चुके हैं। लेकिन पुलिस का इस तरफ कोई रुझान व सक्रियता नजर नहीं आ रही है।

पुलिस से ज्यादा मजबूत है चोरों का सूचनातंत्र
यह एक चौंकाने वाली बात है कि इधर व्यक्ति अपने मकान में ताला डालकर निकला और उधर चोर अपना कारनामा कर दिखाते हैं। प्रश्न इस बात का उठता है कि आखिर चोरों के मकान में ताले लटके होने की सूचना कौन देता है। पुलिस घटना स्थल पर जहां काफी पूछताछ के बाद पहुंच पाती है वहीं चोर रात के सन्नाटे और अंधेरे में घटना को अंजाम देकर चम्पत हो जाते हैं। दर्जनों चोरियों की घटनाओं को सिर्फ एफआईआर की शोभा बना दिया गया है। लेकिन खुलासे अभी तक नहीं हो पाये हैं। इससे चोरों के हौसले दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं। जिसके नतीजन आये दिन चोरी, लूटपाट आदि की घटनाओं में वृद्वि हुई है।