उपभोक्ताओ को झटका, 50 फीसदी महंगा हुआ मोबाइल रीचार्ज कूपन

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ट्राई ने गुरुवार को 20 रुपए और इससे अधिक कीमत वाले रीचार्ज कूपनों की प्रोसेसिंग फीस में एक रुपए का इजाफा कर दिया। यह अब 2 रुपए की जगह 3 रुपए होगा। देश में नब्बे प्रतिशत उपभोक्ता प्री-पेड मोबाइल का उपयोग करते हैं और इससे इन सभी का प्रभावित होना सुनिश्चित है। हालांकि इससे कम कीमत वाले रीचार्ज कूपन पर पहले की तरह ही प्रोसेसिंग फीस 2 रुपए रहेगी। ट्राई की ओर से प्रोसेसिंग फीस में 50 फीसदी का यह इजाफा ढाई साल बाद किया गया है।

सूत्रों के मुताबिक, प्रोसेसिंग फीस मोबाइल कंपनियों को जाता है। ऐसे में यह तय हो गया है कि 20 रुपए से अधिक रीचार्ज कूपन खरीदने वाले उपभोक्ताओं को पहले के मुकाबले एक रुपए कम का टॉक टाइम हासिल होगा। ट्राई ने जहां कंपनियों को इस फैसले से राहत दी है, वहीं उसने ग्राहकों का भी ध्यान रखा है। उसने कंपनियों को निर्देश दिया है कि वह 10 रुपए की कीमत के रीचार्ज कूपन भी ग्राहकों को उपलब्ध कराएं। लंबे समय से ग्राहकों की ओर से उसे यह शिकायत मिल रही है कि कंपनियों की ओर से 10 रुपए के रीचार्ज कूपन उपलब्ध नहीं कराए जाते हैं।

कंपनियों की ओर से उपलब्ध कराए जाने वाले 10 रुपए के रीचार्ज कूपन पर 6.90 पैसे का टॉक टाइम मिलता है। वहीं, 2 रुपए प्रोसेसिंग फीस होती है और 1.10 रुपये सर्विस टैक्स होता है। ट्राई ने एफएम रेडियो कंपनियों को सलाह दी है कि वह अपने निर्धारित स्पेक्ट्रम में एफएम चैनलों की न्यूनतम संख्या के निर्देश का पालन करें। अपने एक आदेश में ट्राई ने स्पेक्ट्रम के आधार पर चैनलों की संख्या निर्धारित कर दी है। ट्राई ने कहा है कि पहले की तुलना में अब स्पेक्ट्रम में तकनीक का उन्नयीकरण इस स्तर पर हो गया है कि न्यूनतम स्पेक्ट्रम में अधिकतम कार्य लिया जा सकता है। ऐसे में कंपनियों को उनके स्पेक्ट्रम के लिहाज से एक निश्चित संख्या तक चैनल देने ही चाहिए।