Wednesday, January 8, 2025
spot_img
HomeUncategorizedपहले इज्जत बचाने को की शादी, अब बहू को घर से निकाला,...

पहले इज्जत बचाने को की शादी, अब बहू को घर से निकाला, ससुर हिरासत में

फर्रुखाबाद: शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला सिंधी कालोनी के पीछे नबाव न्यामत खां पश्चिम में सुबह हुई गुलाबी गैंग पर पथराव की घटना के बारे में जानकारी होने पर महिला थाना प्रभारी सुभद्रा वर्मा व रेलवे रोड चौकी इंचार्ज सूर्यराम वर्मा फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे तो पुलिस को देखकर पीड़ित रूपम का ससुर रिटायर्ड चालक मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय चन्द्र किशोर अग्निहोत्री आग बबूला हो गया और पुलिस को देखते ही अपने आपको फांसी लगाने व गोली मारने की बात पुलिस से कह डाली।

पीड़ित विवाहिता रूपम के पिता स्व0 सर्वेश शुक्ला ने सपने में भी यह नहीं सोचा होगा कि उसकी मौत के बाद उसकी इकलौती पुत्री का आशियाना इस तरह से उजड़ जायेगा। एक तरफ दुख से लबालब रूपम अपनी मां के गले से लिपट कर आंसू बहा रही थी वही ंदूसरी तरफ रूपम की सास मुन्नीदेवी पत्नी चन्द्रकिशोर अपना आपा खोकर पुत्रवधू को बाहर निकालने की बात कह रहे हैं। रूपम ससुराल से बाहर जाने को किसी भी कीमत पर तैयार नहीं थी और उधर चन्द्रकिशोर उसे घर में रखने को।

चन्द्रकिशोर का कहना था कि मेरा पुत्र अनूप जब तक घर पर नहीं आयेगा तब तक पुत्र वधू घर पर नहीं रह सकती। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक चन्द्रकिशोर व उसका पुत्र अक्सर रूपम के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग कर मारपीट भी किया करते थे। मिली जानकारी के अनुसार आज गुलाबी गैंग व मीडिया के पहुंचने की पूर्व सूचना मिलते ही अनुज घर से खिसक गया। बार-बार गिरगिट की तरह रंग बदल रहे चंन्द्रकिशोर ने पुलिस को चुनौती दे डाली कि वह उसके पुत्र को ढूंढ ले और उसके साथ जो करना हो वह करे। सुभद्रा वर्मा आखिरकार थक हारकर बैरंग वापस हो गयीं।

विवाहिता रूपम की मां कुंतीदेवी ने बताया कि तीन वर्ष पूर्व अनूप की शादी कहीं दूसरी जगह से हो रही थी। जहां शादी के दो दिन पूर्व ही अनूप की होने वाली पत्नी अपने जीजा के साथ फरार हो गयी। समाज में बेइज्जती के डर से चन्द्रकिशोर का बड़ा बेटा अनुराग की ससुराल पक्ष के लोगों ने मंझना उनके घर आकर रिश्ते का प्रस्ताव रखा और शादी करने के लिए मिन्नतें कीं।  व्यवहारिकता निभाते हुए दो दिन में ही अपनी पुत्री की शादी हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार कर दी।

रूपम की मां कुन्तीदेवी ने बताया कि इन लोगों को उम्मीद थी कि शादी के बाद अच्छा खासा दान दहेज मिलेगा। लेकिन शादी के कुछ समय बाद जब उनकी लाखों रुपये की दहेज पूर्ति नहीं हुई तो उन्होंने रूपम को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।

रेलवे रोड चौकी इंचार्ज सूर्यराम वर्मा लड़के के पिता चन्द्रकिशोर अग्निहोत्री को कोतवाली ले आये। जहां कोतवाल कालूराम दोहरे ने पूछताछ के दौरान उसको हिरासत में ले लिया और कहा कि अनुज को तत्काल हाजिर करें। वहीं पीड़ित रूपम की मां कल गुलाबी गैंग की कमांडर अंजली यादव के साथ पुलिस अधीक्षक नीलाब्जा चौधरी से मुलाकात कर रूपम को कानूनी तौर पर घर में रहने का आदेश करवायेंगे। कुन्तीदेवी ने बताया कि वह दोनो परिवारों में समझौता कराना चाहती हैं।

वहीं अनुज अग्निहोत्री के पिता चन्द्रकिशोर अग्निहोत्री ने बताया कि मेरी बहू रूपम के भाई नीरज, टिंकू, पंकज मुझे दो बार मारपीट चुके हैं। जिस बजह से मैं बुरी तरह से परेशान हूं। अगर लड़का अनुज साथ में रहेगा तो ही मैं रूपम को घर में रखूंगा अन्यथा मेरी कोई जिम्मेदारी नहीं है। फिलहाल चन्द्रकिशोर पुलिस हिरासत में हैं।

कोतवाल कालूराम दोहरे ने बताया कि दोनो पक्षों से बातचीत की जा रही है। जांच के बाद दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments