एक अप्रैल 2012 से आपके रोजमर्रा के जीवन में कई खट्टे-मीठे बदलाव हो रहे हैं। खासकर आर्थिक मोर्चे पर कुछ नए प्रावधान आपके जीवन को महंगा कर देंगे। राज्य और केंद्र सरकारों के आम बजट, रेल बजट में टैक्स और टिकट दरों के जरिए आई महंगाई रविवार से आपके जीवन में उतर जाएगी। वहीं कुछ राहतें भी आपका इंतजार कर रही हैं।
खूब सारा बढ़ेगा बोझ, थोड़ी सी राहत भी
आफत
>प्लेटफार्म टिकट 3 रुपए के बजाय 5 रुपए में पड़ेगा।
>प्रथम श्रेणी के टिकट पर 10 पैसे/किलोमीटर, एसी-2 पर 15 पैसे/किलोमीटर और एसी-1 पर 30 पैसे/किलोमीटर ज्यादा देने होंगे।
>पुरानी दरों पर टिकट बुक कराने वालों से ट्रेन में टिकट चैकर वसूलेंगे अंतर।
सर्विस टैक्स 2 प्रतिशत बढ़ा
>सभी सेवाएं जिन पर 10 प्रतिशत सर्विस टैक्स लगता है, उन पर देना होगा 2 प्रतिशत ज्यादा टैक्स।
>जो नई सेवाएं कर के दायरे में आई हैं, उन पर फिलहाल सर्विस टैक्स नहीं चुकाना होगा।
>सरकारी सेवाएं, स्वास्थ्य जैसी 17 सेवाओं को छोड़ सभी सेवाओं पर 12 प्रतिशत सर्विस टैक्स।
यह सेवाएं होंगी और महंगी
रेलवे टिकट, टूर ऑपरेटर, बैकिंग सेवाएं, ब्यूटी पार्लर, केबल ऑपरेटर, कूरियर सर्विस, क्लब व एसोसिएशन, ड्रायक्लीनिंग, हेल्थ क्लब, लाइफ इंश्योरेंस, फोटोग्राफी, कोचिंग, पंडाल सेवाएं, रियल एस्टेट एजेंट, सामान्य बीमा, दूरसंचार, अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्राएं, कॉस्मेटिक सर्जरी, एसी रेस्त्रां सेवाएं, होटल व गेस्ट हाउस की सेवाएं।
..और राहत
> 25 लाख रुपए से कम के होम लोन पर ब्याज में एक प्रतिशत की छूट
> बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी
> डाकघर से संचालित छोटी अवधि वाली बचत योजनाओं पर मिलेगा 0.5 प्रतिशत ज्यादा ब्याज।
> ब्याज दर एक साल की योजना पर 8.2 प्रतिशत और दो वर्ष वाली योजना पर 8.3 प्रतिशत।
> मासिक आय बचत योजना (एमआईएस) की ब्याज दरें 0.3 प्रतिशत बढ़कर हुई 8.5 प्रतिशत।
> पीपीएफ की ब्याज दर 0.2 प्रतिशत बढ़ाकर 8.6 से 8.8 प्रतिशत की गई।
> पांच और दस साल में परिपक्व होने वाले राष्ट्रीय बचत पत्र (एनएससी) पर 0.2 प्रतिशत बढ़ा ब्याज।
> वरिष्ठ नागरिक बचत योजना पर ब्याज दरें 9 से बढ़कर 9.3 प्रतिशत हुई।