चैत्र नवरात्र इस बार 10 दिन के होंगे। तिथियों की घटत-बढ़त के कारण ऐसा होगा। नवरात्र पर्व 23 मार्च से शुरू होकर 1 अप्रैल तक रहेगा। इस दौरान शुभ संयोग भी खूब रहेंगे। ज्योतिषविद् दस दिन के नवरात्र को भी जनता की संपन्नता के हिसाब से महत्वपूर्ण बता रहे हैं।
ज्योतिषियों के अनुसार चैत्र नवरात्र का आरंभ देवी के वार यानी शुक्रवार से हो रहा है। ऐसे में ये देवी आराधना करने वाले साधकों के लिए विशेष फलदायी रहेंगे। खरीदारी व नवीन कार्यो के लिए भी ये नवरात्र श्रेयस्कर रहेंगे। पं.बंशीधर जयपुर पंचांग निर्माता पं. दामोदर तथा ज्योतिषी पं. पुरुषोत्तम गौड़ के अनुसार नवरात्र वृद्धि होना सुख-समृद्धि और प्रजा की संपन्नता का द्योतक है। नवरात्र के दौरान 29, 30 व 31 मार्च को छोड़कर हर दिन विशेष संयोग भी बन रहे हैं।
क्यों बढ़ा एक दिन :
27 मार्च को सूर्योदय पूर्व 5.29 से पंचमी तिथि शुरू होगी। यह अगले दिन 28 मार्च को सुबह 8.08 बजे तक रहेगी। इस कारण मंगलवार व बुधवार दोनों ही दिन सूर्योदय काल में पंचमी तिथि रहेगी। दोनों ही दिन पांचवीं देवी स्कंध माता की आराधना की जाएगी।
ये रहेंगे श्रेष्ठ संयोग
23 मार्च : सर्वार्थसिद्धि व अमृत सिद्धि योग
24 मार्च : संपूर्ण दिन सर्वार्थसिद्धि योग
25 मार्च : सर्वार्थसिद्धि व राजयोग, रवियोग का शुभारंभ
26 मार्च : संपूर्ण दिन रवियोग
27 व 28 मार्च : सर्वार्थसिद्धि योग
1 अप्रैल : रविपुष्य योग, सर्वार्थसिद्धियोग व रवियोग