जीत हमारी, हार का ठीकरा दूसरे के सर

Uncategorized

फर्रुखाबादः विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के साथ ही हारने वाले प्रत्याशियों ने अपनी पराजय का ठीकरा दूसरे प्रत्याशियों के सर फोड़ना शुरू कर दिया है।

चुनाव में जीते सभी प्रत्याशी अपनी जीत के लिए अपनी लोकप्रियता को ही प्रमुख मानते हैं यह बात अलग है कि इससे पहले कुछ श्रेय अपने कार्यकर्ताओं का मन रखने के लिए उन्हें भी दे देते हैं। परन्तु हारने वाले अधिकांश प्रत्याशी अपनी हार का ठीकरा दूसरे प्रत्याशियों के सर ही मड रहे हैं।

सर्वाधिक कम मतों से हुई हार जीत के कारण आरोप प्रत्यारोप का दौर सर्वाधिक सदर विधानसभा क्षेत्र में जारी है। मात्र 147 मतों से पराजित भाजपा प्रत्याशी के समर्थक जहां अपनी हार का ठीकरा निर्दलीय प्रत्याशी अनुपम दुबे के सर फोड़ रहे हैं। वहीं डा0 अनुपम दुबे ने अपनी हार के लिए भाजपा प्रत्याशी मेजर सुनीलदत्त द्विवेदी को जिम्मेदार ठहराया है। यहीं पर तीसरे स्थान पर रहे बसपा के उमर खान अपनी हार के लिए कांग्रेस प्रत्याशी लुईस खुर्शीद को जिम्मेदार ठहराते हैं। सपा प्रत्याशी उर्मिला राजपूत को जनक्रांति पार्टी प्रत्याशी मोहन अग्रवाल पर सजातीय वोटों की कटिंग कर लेने का दर्द है। वहीं कांग्रेसी अपनी हार के लिए बसपा प्रत्याशी के मुस्लिम कार्ड खेले जाने को कसूरबार मानते हैं।

भोजपुर विधानसभा क्षेत्र में अपनी हार के जख्म सहला रहे भाजपा के सौरभ राठौर व बसपा के महेश राठौर एक दूसरे पर सजातीय वोटों की कटिंग का आरोप लगा रहे हैं। यहां पर मुकेश राजपूत ने एक बार फिर दूसरे स्थान पर रहकर अपनी स्थिति दर्ज अवश्य करायी है।

कायमगंज विधानसभा क्षेत्र में बसपाई अपनी हार के लिए सजातीय प्रत्याशी जनक्रांति पार्टी के पवन कुमार के सर अपनी हार का ठीकरा फोड़ रहे हैं।