फर्रुखाबाद: केंद्र सरकार व न्यायालय भले ही FACEBOOK पर पाबंदी के मनसूबे बना रहे हों परंतु इसकी उपयोगिता व लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अब फर्रुखाबाद जैसे छोटे शहर में लोग शादी का बुलावा भी इस सोशल नेटवर्किंग साइट पर ही देने लगे हैं।
जमाना था जब शादी के निमंत्रण की सुपाड़ी और हल्दी लेकर कुनबे का नाऊ रिश्तेदारों तक पहुचता था| सभ्यता और विकास के साथ निमंत्रण भोजपत्र पर भेजे जाने लगे| वक़्त बदला और कम्पूटर युग में बच्चे पैदा करने की तकनीक को छोड़ सब कुछ कंप्यूटर पर होने लगा| लड़की पसंद करने से लेकर बारात वेडिंग प्लानिंग का काम ऑनलाइन सम्भव है| नाऊ, पंडित, फूल वाला, बैंड वाला, पज्जा पझारू सब कुछ ऑनलाइन उपलब्ध हो चूका है| मगर इन सबके बीच बात खबरों की हो जाती है जब उत्तर प्रदेश जैसे पिछड़े प्रदेश के छोटे से जिले फर्रुखाबाद में किसी की शादी के मेहमानों को बुलाने का काम फेसबुक कर रहा हो| फेसबुक पर किसी आयोजन में आने का निमंत्रण देना शायद ज्यादा नया नहीं है, परंतु फर्रुखाबाद जैसे छोटे शहर के लिये यह नयी चीज अवश्य है। एक तरफ जहां मुकदमा चलाने के लिये केंद्र सरकार की अनुमति के बाद न्यायालय ने फेसबुक के विरुद्ध नोटिस जारी कर दिया है। वही सोशल नेटवर्किंग साइट्स की लोकप्रियता व उपयोगिता दोनों में ही इजाफा हो रहा है। मजे की बात है कि अब इन सोशल साइट्स की पहुंच इंटीरियर व माइक्रोइनटीरियर तक हो गयी है। आने वाली 18 जनवरी को बिल्हौर (कानपुर) के अरविंद कटियार व उनकी भावी पत्नी की ओर से आगामी 18 जनवरी को प्रस्तावित शुभ विवाह के निमंत्रण के पब्लिक पेज (फेसबुक) पर मेरी नजर पड़ी। इस पर पांच सौ से अधिक लोगों को आमंत्रण दिया गया है। आधा सैकड़ा लोगों ने अपने पहुंचने की पुष्टि भी इसी पेज पर कर दी है। व्यस्त जिन्दगी और समयाभाव में फेसबुक इस काम को कैसे बखूबी कर रहा है| इन सबके बीच एक राज की बात ये है कि ये पब्लिक आमंत्रण लड़की पक्ष का बजट भी बिगाड़ सकता है अगर ऑनलाइन हामी भरने वाले बारात में आ टपके? एक नजर आप भी डालिए-
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