फर्रुखाबाद: बसपा से निष्काषित पूर्व मंत्री बाबूसिंह कुशवाहा ने इशारो इशारो में मायावती पर गंभीर आरोप लगा दिए| कुशवाहा के मुताबिक पिछले वर्ष हुए सहकारी बैंको के अध्यक्षों और पंचायतो के चुनाव में बड़े पैमाने पर पिछड़े वर्गों के ज्यादा मात्रा में काबिज होने पर उन्हें कहा गया कि वे जाति वादी हो गए है| कुशवाहा के मुताबिक वे तो सिर्फ मायावती की उस बात का पालन कर रहे थे वो उन्होंने चुनाव के समय की थी- जिसकी जितनी भागीदारी उसकी उतनी हिस्सेदारी| पिछड़े वोटो की दम पर बसपा की सर्कार बनी थी सो सरकारी नौकरियो और छोटे चुनावो में भी उन्हें मौका मिला, यही बात मायावती को अखर गयी और साल भर पहले से मेरे लिए अभियान शुरू हो गया था|
फर्रुखाबाद में पिछड़ा वर्ग आरक्षण बचाओ सम्मेलन को संबोधित करने आये बाबूसिंह ने कई मायावती के राज इशारो इशारो में खोले मगर खुल कर नहीं बोल पाए| घोटाले के घोटाले के सूत्रधार पूछने पर जबाब टाल गए| भाजपा के कीरीट सौमैया के मायावती और उनके परिवार पर लगे आर्थिक घोटाले के आरोपों पर भी बाबूसिंह चुप्पी साध गए|
मायावती पर लग रहे भ्रष्ठाचार के बारे में पूछने पर बाबूसिंह से स्पष्ट शब्दों में जबाब दिया कि उनके भ्रष्टाचार के बारे में उनसे ज्यादा कौन जनता है| उन्होंने इस बात को भी कबूला कि वे मायावती के भ्रष्टाचार के प्रत्यक्षदर्शी रहे है, समय आने पर एक एक राज खोला जायेगा|