फर्रुखाबाद: लापरवाही की हद पार कर चूका लोहिया अस्पताल एक बार फिर स्वास्थ विभाग को शर्मसार कर दिया| केंद्रीय कारागार फतेहगढ़ का कैदी बीती रात लोहिया में भर्ती कराया गया था लेकिन भर्ती करने के बाद कोई भी उसे देखने नही पहुंचा व पूरी रात में सिर्फ एक ही बोतल कैदी के चढ़ पाई| स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही से एक कैदी लोहिया अस्पताल में रात भर तड़पता रहा और नर्स सोती रही।
केंद्रीय कारागार में सजा काट रहा 73 वर्षीय कैदी बाबू पुत्र पिम्मा को बीती रात को लोहिया अस्पताल लाकर भर्ती कराया गया था। टीबी रोगी बाबू का रक्तचाप काफी कम था। अस्पताल के फिजीशियन ने कैदी की हालत गंभीर देखकर जीवन रक्षक दवा हिमेक्सिल की बोतल तेजी से चढ़ाने के निर्देश दिये। डाक्टर के निर्देश के बाद भी नींद मरने के चक्कर में भर्ती मरीज के बोतल बहुत ही धीमी करकर लगा दी व रात में खर्राटे मार कर सोती रही| आज सुबह जेल विभाग का फार्मासिस्ट अस्पताल में पहुंचा तो उसने इस बात पर आपत्ति जताई तो मौक पर तैनात स्टाफ फार्मासिस्ट से ही झगडे पर उतारू हो गया|
जिसपर जेल फार्मासिस्ट ने भर्ती कैदी को दूसरी जगह रिफर करने की बात कही लेकिन स्टाफ ने मामले को समझा बुझा के शांत कर दिया| कैदी टीबी का मरीज है| सीएमएस डॉ० एके पाण्डेय ने बताया कि मेरे पास इस बात की कोई जानकारी नही है व सुचना मिलने पर कार्यवाही की जाएगी|