फर्रुखाबाद: केन्द्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद के आवास का घेराव करने जा रहे जनक्रांति पार्टी के कार्यकर्ताओं को पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने रास्ते में ही रोक लिया। जनक्रांति पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कानून मंत्री व उनकी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की| जंक्रापा कार्यकर्ता सच्चर कमेटी व रंगनाथ कमेटी की सिफारिशों का विरोध कर रहे थे। इस दौरान पार्टी नेताओं ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को दिया तथा केन्द्रीय मंत्री व कांग्रेस विरोधी जमकर नारेबाजी की।
पिछड़ा वर्ग के 12 प्रतिशत आरक्षण को घटाकर अल्पसंख्यकों को दिये जाने के विरोध में शनिवार को चारो विधानसभा क्षेत्रों के कार्यकर्ता यहां के रेलवे रोड स्थित एसएनएम इण्टर कालेज में एकत्र हुए जहां आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मुकेश राजपूत ने कहा कि सभी जातियों को समान आरक्षण मिलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश में करीब 55 जातियां हैं। पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण मिल रहा है। वहीं मोहन अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस व उसके मंत्री भारत को फिर गुलाम बनाना चाहते हैं। जिसमें सबसे प्रमुख भूमिका यहां के सांसद और सलमान खुर्शीद निभा रहे हैं। पवन गौतम, नीरज मिश्रा, जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र कटियार ने भी सभा को संबोधित किया।
करीब ढाई घंटे तक चली सभा के बाद बड़ी संख्या में आये कार्यकर्ता जुलूस की शक्ल में केन्द्रीय मंत्री श्री खुर्शीद का आवास घेरने के लिए चल पड़े। इनके हाथों में कांग्रेस व केन्द्रीय मंत्री के खिलाफ लिखे नारों की पट्टियां थी। यह जुलूस जैसे ही कोतवाली के निकट पहुंचा।
कोतवाल विजय बहादुर व उपजिलाधिकारी डा महेन्द्र कुमार मिश्रा ने इन्हें रोकने का प्रयास किया। केन्द्रीय मंत्री के मकान के घेराव और जुलूस निकालने की अनुमति न होने का हवाला देते हुए एसडीएम व कोतवाल ने उन्हें रोक लिया। अनुमति की बात आते ही पार्टी के कार्यकर्ता तितर-बितर होने लगे। इसी दौरान जंक्रापा कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम श्री मिश्र को दिया।
ज्ञापन देने वालों में डा ज्ञानेन्द्र सिंह, डा एसपी वघेल, श्याम बाल्मीकि, नरेश शर्मा, महेन्द्र राजपूत, सुबोध यादव, राजवती बाथम, राहुल जैन, मनोज गौतम, शकुंतला शाक्य, मिन्नी दुबे, डा जितेन्द्र यादव, सौरभ दुबे, प्रभाकर राजपूत सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।