एजेंट की बाइक चोरी, पुलिस ने नहीं लिखी रिपोर्ट

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फर्रुखाबाद: शहर कोतवाली क्षेत्र के हाता करम खां निवासी कमल दीक्षित की बाइक आवास विकास से चोरी हो जाने पर जब पुलिस चौकी आवास विकास को सूचना देने पहुंचे तो पुलिस ने उसे समझाकर चलता कर दिया|

कमल दीक्षित पुत्र राम सनेही ने बताया कि वह पल्स इंडिया लिमिटेड में एजेंट है| आज रोज की तरह पवन आयल मील स्थित आफिस आया व अपनी स्प्लेंडर नंबर यूपी ७६ जे / २२४७ को बाहर खड़ा कर जहां अन्य बाईकें भी खड़ी थीं| दोपहर बाद हमें सूचना मिली कि मेरी बाइक बाहर नहीं खड़ी है| पहले तो हमने हंसी मजाक समझा बाद में जब आकर देखा तो बाइक नदारद थी|

बाइक चोरी हो जाने से मेरे होश उड़ गए| कमल दीक्षित ने बताया कि बाइक हमने १४ अप्रैल २००८ को खरीदी थी| बाइक चोरी हो जाने की सूचना देने जब हम आवास विकास चौकी पहुंचा तो वहां चौकी इंचार्ज बीके शिरोमणि नदारद थे व मुझसे कह दिया गया कि दरोगा जी एसपी के साथ में गए हैं| कोतवाली जाकर रिपोर्ट लिखवाओ| मै जब कोतवाली पहुंचा तो सिपाहियों ने कहा कि प्रार्थना पात्र कोतवाल के हस्ताक्षर कराईये तभी रिपोर्ट लिखी जायेगी|

मै बाइक चोरी की रिपोर्ट लिखाने के चक्कर में आवास विकास चौकी व कोतवाली के चक्कर काटते-काटते चकरघिन्नी बन गया| कमल ने आरोप लगाया है कि यदि पुलिस सूचना मिलते ही सक्रीय हो जाती तो शायद मेरी बाइक बरामद हो सकती थी| आज पूरा दिन रिपोर्ट नहीं लिखी गयी कल बुलाया गया| तब तक चोर बाइक को कबाड़े में बेंच कर नमक ले चुके होंगे| फिर रिपोर्ट लिखाने का क्या मतलब ?