फर्रुखाबाद: नसबंदी के बाद गर्भवती हुई संजीदा की प्रसव के चंद घंटो बाद ही शनिवार को मौत हो गयी। परिजनों ने लोहिया अस्पताल की चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा भी किया परंतु पुलिस ने समझा कर मामला शांत कर दिया।
थाना नवाबगंज क्षेत्र के गांव चंदनी निवासी कैसर खां की पत्नी संजीदा बेगम उर्फ रिजवाना (35) ने 26 नवंबर 2009 को नवाबगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर नसबंदी कराई थी। नसबंदी के डेढ़ वर्ष बाद संजीदा गर्भवती हो गई। कैसर खां ने इसकी शिकायत जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्साधिकारी से की थी लेकिन शिकायत पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। संजीदा को शुक्रवार शाम प्रसव के लिए लोहिया महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां रात लगभग 9 बजे चिकित्सक डॉ. पूनम शर्मा ने प्रसव कराया। संजीदा ने बच्ची को जन्म दिया। प्रसव के कुछ ही देर बाद संजीदा की हालत बिगड़ गई। इस पर परिजनों ने संजीदा को आवास विकास कॉलोनी स्थित एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया। वहां सुबह लगभग 6 बजे उसकी मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों ने संजीदा का शव लोहिया अस्पताल लाकर रख दिया और पोस्टमार्टम की मांग को लेकर हंगामा किया। संजीदा के पति कैसर खां ने आरोप लगाया कि लोहिया अस्पताल की चिकित्सक की लापरवाही से उसकी पत्नी की मौत हुई है।