उत्तर प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री राकेशधर त्रिपाठी और अंबेडकर ग्रामसभा विकास राज्यमंत्री रतनलाल अहिरवार की भी शिकायत लोकायुक्त के पास पहुंची है। रामवीर उपाध्याय और लालजी वर्मा की शिकायतें पहले से थीं। इन मंत्रियों के खिलाफ जांच शुरू नहीं की गई है लेकिन इन शिकायतों की गंभीरता से पड़ताल कराई जा रही है। राकेशधर की शिकायत करने वाले से संशोधित परिवाद दायर करने को कहा गया है, अहिरवार पर लगे आरोपों की जांच की जा रही है। राकेशधर पर महाविद्यालयों की मान्यता और संबद्धता देने में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है। अहिरवार पर विधायक निधि व बुंदेलखंड विकास निधि के दुरुपयोग और मंत्री बनने के बाद दो करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगा है।
आजमगढ़ के लालता यादव ने हलफनामे के साथ राकेशधर के खिलाफ शिकायत की है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि जमीन की फर्जी खतौनी तथा मानक पूरा न करने वाले कई महाविद्यालयों को मान्यता व संबद्धता दे दी गई है जबकि सारे मानक पूरे करने वाले महाविद्यालयों को बिना लेन-देन के मान्यता नहीं दी जा रही है। हालांकि, लालता यादव ने अपनी शिकायत में आधा दर्जन से ज्यादा महाविद्यालयों का उल्लेख किया है लेकिन आरोप ज्यादा स्पष्ट नहीं हैं। लोक आयुक्त संगठन ने यादव को पत्र भेजकर साक्ष्यों के साथ स्पष्ट परिवाद दाखिल करने को कहा है। झांसी के कमलापति राय ने रतनलाल अहिरवार के खिलाफ विधायक निधि के साथ विभागीय मंत्री के रूप में बुंदेलखंड विकास निधि के दुरुपयोग और करोड़ों रुपये की संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया है।