…और दुखियारी शशि डीएम के दरबार में गश खाकर गिर पड़ी

FARRUKHABAD NEWS FEATURED Politics

फर्रुखाबाद: शहर कोतवाली के मोहल्ला छक्का नाजिर कूंचा निवासी ५० वर्षीय विधवा शशी अवस्थी अपनी फ़रियाद लेकर डीएम कार्यालय पहुँची| अचानक वह बुरी तरह जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर चक्कर आने से गश खाकर गिर पड़ी| जिस कारण कार्यालय के बाहर भगदड़ मच गयी| सूचना मिलने पर डीएम सच्चिदानंद दुबे के आदेश पर वृद्ध विधवा को लोहिया अस्पताल में भर्ती करवाया|

वृद्धा शशि अवस्थी ने बताया कि वह कई वर्षो पहले लखनऊ के विवेकानंद के हॉस्पिटल प्राईवेट लिमिटेड में डॉ नीलम के पास आया का काम करती थी| मेरा जीवन खुशहाल था| अचानक शशि के जीवन में भूचाल आ गया उसके पति का स्वर्गवास हो गया व चार बच्चों में से तीन बच्चे भी खत्म हो गए| शशि ने कहा कि लेकिन मैंने हिम्मत नहीं हारी अब मै अपने एक बच्चे के सहारे जोकि पहले से ही विकलांग था के साथ जीवन गुजरने की ठान ली| लेकिन कुदरत शशि को इतना दुःख देने के बाद भी नहीं मानी उसका अंतिम सहारा उसका विकलांग बेटा भी मौत के मुंह में चला गया|

अब शशि इतने बड़े संसार में विल्कुल अकेली थी| मदद व सहारा देने के बहाने शशि का भाई संतोष मिश्रा पुत्र रामकृपाल भरोसा देकर अपने साथ रखने लगा| लेकिन उसकी इस सहानुभूति के पीछे एक दूसरा चेहरा भी था जो विधवा बहन के खाते में जमा ८५ हजार रुपये पर नजर गडाए हुए था| एक दिन उसके भाई के चेहरे का नकाब हट गया जिसने बाप बड़ा न भैया सबसे बड़ा रुपैया कहावत को सत्य सिद्ध कर दिया| रोंगटे खड़े कर देने वाली बता तो यह है कि भाई ने विधवा वृद्ध बहन के खाते से ८५ हजार रुपये निकाल लिए और उसे मारने-पीटने के साथ घर से धक्का मारकर निकाल दिया|

अब शशि दर दर भटकने लगी तो उसने अपने हुए अत्याचार की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की व आज इसी सिलसिले में मदद की गुहार लगाने जिलाधिकारी कार्यालय पहुँची| इन्तजार में खड़े-खड़े अचानक तेज चक्कर आ जाने के कारन वह गश खाकर गिर पड़ी| महिला को बेहोश देख वहां मौजूद कर्मचारियों में भगदड़ मच गयी| डीएम सच्चिदानंद दुबे के आदेश पर बेहोश शशि अवस्थी को लोहिया अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती करवाया|