फर्रुखाबाद: सेन्ट्रल जेल में हुए बंदी राजवीर कठेरिया की पत्नी सुधा कठेरिया निवासी दोवा औरैया ने कहा कि यदि न्याय न मिला तो सेन्ट्रल जेल के गेट पर बच्चों सहित आत्मदाह करेगी|
बुधवार देर शाम दिल्ली से आये अनुसूचित जाति व जनजाति के वरिष्ठ अन्वेषक केके सेठ ने यहाँ निरीक्षण भवन पहुंचकर रात्री विश्राम के बाद सुबह पीडिता सुधा कठेरिया व उसके परिजनों को बुलाया| सुधा अपनी सास शान्ति देवी व ससुर सुलखान सिंह के साथ निरीक्षण भवन पहुँची व केके सेठ से मदद की गुहार लगाई| श्री सेठ ने दलित महिला सुधा कठेरिया का बयान दर्ज करने के लिए बंद कमरे में बुलाया जहाँ सीओ सिटी विनोद कुमार व फतेहगढ़ कोतवाल कमरुल हसन पहले से ही मौजूद थे| मीडिया को कमरे के अन्दर जाने से रोका गया|
पीडिता सुधा कठेरिया का बयान इस तरह दर्ज करने से कठेरिया समाज के वीरेंद्र कठेरिया ने आपत्ति जताई| वीरेंद्र कठेरिया ने इसकी जानकारी फोन पर केके सेठ को दी| वीरेंद्र ने केके सेठ से फोन पर बताया कि पुलिस के सामने महिला के बयान दर्ज कराने में हम लोगों को आपत्ति है अतः सीओ सिटी व इंस्पेक्टर को कमरे से बाहर निकालकर महिला के बयान दर्ज किये जाएँ|
बयान दर्ज होने के बाद मीडिया से वार्ता के दौरान सुधा ने बताया कि जब मैंने सभी आरोपियों को पहचान लिया है तो पुलिस ने तीन बंदी रक्षकों को क्यों छोड़ दिया? उसने स्पष्ट करते हुए कहा कि अगर सभी आरोपियों को सजा नहीं दी गयी तो वह जेल के गेट पर अपने बच्चों सहित आत्मदाह कर लेगी|
श्री सेठ ने मीडिया को बताया कि अगर आवश्यकता पडी तो पीडिता की जांच के लिए हमारे अध्यक्ष पीएल कुनियाँ भी सेन्ट्रल जेल में आकर जांच पड़ताल कर सकते हैं| श्री सेठ से मिलने गए कठेरिया समाज के लाखन सिंह कठेरिया, रमेश चन्द्र सांसद प्रतिनिधि, वीरेंद्र शुक्ला एडवोकेट ने वार्ता के दौरान श्री सेठ को स्पष्ट शब्दों में बताया कि दलित सुधा के साथ शत प्रतिशत 6 आरोपियों ने बलात्कार किया है जिसकी सजा उन्हें मिलनी ही चाहिए|
लाखन सिंह कठेरिया ने बताया कि सेन्ट्रल जेल में ऐसी वारदात होती ही रहती है लेकिन किसी ने अभी तक जुवान नहीं खोली थी| सुधा के साथ आये उसके परिजन भी पुलिस कार्रवाई से असंतुष्ट दिखे| फिलहाल श्री सेठ ने कहा कि जांच जारी है| परिजनों को आश्वासन देते हुए कहा कि बचे हुए आरोपियों पर दंडात्मक कार्रवाई कर सुधा को न्याय दिलाया जाएगा|