तुम मेरा क्या बिगाड़ लोगे, मैं बीएसए को पैसा देती हूं

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प्रधान ने कहा कि तुम क्यों परेशान होते हो, मुझे अपना काम करने दो,

फर्रुखाबाद(कायमगंज): बेसिक शिक्षका विभाग में अधिकारियों की मिली भगत से शिक्षकों को घर बैठै वेतन देने की घिनौनी परंपरा के नंगे सच से बुधवार को एसडीएम कायमगंज डा0 महेन्द्र कुमार मिश्रा भी रू-ब-रू हुए। ग्रामीणों की शिकायत पर पहुंचे उपजिलाधिकारी को प्राथमिक विद्यालय छतरई ताला बंद मिला। दोनों अध्यापिकाएं व दोनों शिक्षा मित्र भी अनुपस्थित थे। एक अध्यापिका कानपुर मे रह रही है तो दूसरी एटा में है। जबकि वेतन लगातार निकल रहा है।

जिलाधिकारी के आदेश पर बुधवार को श्री मिश्रा कायमगंज के गांव छतरई के प्राथमिक विद्यालय में पहुंचे। ग्रामीणों की शिकायत के अनुरूप उनको वहां विद्यालय पर ताला लटकता मिला। इसी दौरान काफी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गये। ग्रामीण श्रीकृष्ण, रामनिवास, सत्यपाल आदि ने उपजिलाधिकारी से शिकायत करते हुए बताया कि विद्यालय में दो अध्यापिकाएं हैं। जिनमें से रचना यादव कानपुर से कभी कभी ही आती हैं। वह जब आती भी हैं तो 11 बजे विद्यालय आतीं हैं और 12 बजे वापस चली जाती हैं। ग्रामीणों द्वारा शिकायत करने पर धमकी भी देती हैं कि “तुम लोग मेरा क्या बिगाड़ लोगे मैं बीएसए को पैसा देती हूं।” वहीं अध्यापिका सीमा यादव एटा से हफ्ते-पंद्रह दिन में ही विद्यालय आतीं हैं।  शिक्षा मित्र अबधेश कुमार ही विद्यालय को खोलते हैं।

एसडीएम कायमगंज श्री मिश्रा ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश पर अचानक निरीक्षण किया गया था। निरीक्षण में अध्यापिकायें रचनायदव, सीमा यादव व शिक्षा मित्र गीता व अवधेश कुमार अनुपस्थित पाये गये। ग्राम प्रधान द्वारा घटिया मध्याह्न भोजन बनाये जाने की भी ग्रामीणों ने पुष्टि की है। श्री मिश्रा ने बताया कि उन्होंने कर्रवाई की संस्तुति सहित अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी है।