Saturday, January 11, 2025
spot_img
HomeUncategorizedमंत्री के विरुद्ध एफआईआर लिखाने पर मिल रहीं धमकियां

मंत्री के विरुद्ध एफआईआर लिखाने पर मिल रहीं धमकियां

फर्रुखाबाद: याकूतगंज के निकट स्थित ग्राम नौसारा निवासी मृतक गनर संतोष यादव की विधवा आजकल खौफ के साये में जी रही है। दो माह पूर्व जनपद एटा में हुए तिहरे हत्याकांड में मारे गये संतोष के भाई की ओर से दिये गये प्रार्थना पत्र पर न्यायालय ने एफआईआर के आदेश तो कर दिये हैं, परंतु अब मंत्री अवधपाल सिंह यादव के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने वालों को अब धमकियों का सामना करना पड़ रहा है। इन धमकियों के कारण अब मृतक गनर का पूरा परिवार खौफ के साये में सांसे ले रहा है।

इसी वर्ष जून में हुए तिहरे हत्याकांड में मारे गए गनर संतोष यादव के भाई अनुरेध के प्रार्थना पत्र पर सीजेएम एटा बुद्धि सागर मिश्र ने ने प्रदेश के पशुधन विकास राज्य मंत्री अवध पाल सिंह यादव, उनके 2 भाइयों और बेटे सहित कई लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं। विदित है कि अलीगंज थाने के जैथरा इलाके में 10 जून को विजय वर्मा, उनके बेटे अभिनव वर्मा और गनर संतोष यादव की गोली मार कर हत्या कर दी थी। गनर संतोष यादव के भाई अनुरोध यादव ने इस संबंध में अदालत में अर्जी दाखिल करके मंत्री और 9 अन्य के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराये जाने का आग्रह किया था। गौरतलब है कि हाल ही में यादव के विरुद्ध भ्रष्टाचार के एक मामले में शिकायतकर्ता ने प्रदेश के लोकायुक्त एन. के. मेहरोत्रा को एक सीडी सौंपी थी, जिसमें जैथरा की तिहरी हत्या में मारे गए वर्मा के बेटे और पत्नी ने उन हत्याओं में मंत्री एवं उनके परिजनों का हाथ होने का आरोप लगाते दिखाया गया था।

मृतक गनर संतोष यादव जनपद फर्रुखाबाद के याकूतगंज के निकट के ग्राम नोसारा का रहने वाला था। संतोष के पीछे अब विधवा शानू व उसका डेढ़ वर्षीय पुत्र अमन ही रह गये हैं। संतोष के पिता हाकिम सिंह व उसके भाइयों अनुरोध, अनुरागी, पंकज, शंकर व सचिन ने अपने मृतक भाई की विधवा पत्नी के हक की लड़ाई लड़ने का फैसला किया। वर्ना विजय वर्मा के परिजन तो बाहुबली मंत्री के विरुद्ध एफआईआर तक लिखाने की हिम्मत नहीं कर सके। परंतु न्यायालय के आदेश के बाद अब विधवा व उसके परिवार को धमकियां मिलनी शुरू हो गयी है। मृतक संतोष के चाचा रामप्रकाश ने जेएनआई को फोन पर बताया कि रविवार को लैनगांव के बलवीर आये थे व काफी सख्त भाषा में मुकदमें के हानि लाभ समझाकर गये है। कई अन्य रिश्तेदारों के माध्यम से भी दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है। पूरा परिवार फिलहाल सहमा हुआ लग रहा है।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments