वजन व हारमोन्स का महिलाओं के स्तन कैंसर से सीधा संबंध

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फर्रुखाबाद: स्तन कैंसर का विकास एक औरत के परिवार के इतिहास, उम्र, रजोनिवृत्ति के समय बच्चे सहित कारकों की एक श्रृंखला पर निर्भर करता है. हालांकि, एक नए अध्ययन ने कहा है कि बड़ी उम्र की महिलाओं को जो अधिक वजन, शराब पीने या धूम्रपान से भी स्तन कैंसर विकसित करने के बहुत ही उच्च जोखिम हैं.

अध्ययनों से पता चलता है कि एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरान नामक हार्मेन के उच्च स्तरों वाली महिलओं को सामान्य की तुलना में स्तन कैंसर का जोखिम दो से तीन गुना अधिक है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी टीम ने लगभग रजोनिवृत्ति के बाद 6300 महिलाओं के स्वास्थ्य रिकॉर्ड का अध्ययन किया है। ऐसी महिलाओं को जो अधिक वजन या मोटापे से ग्रस्त हैं व एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन जैसे हार्मोन का उच्च स्तर पर था, उनमें स्तन कैंसर दो से तीन गुना अधिक पाया गया।

महत्वपूर्ण अध्ययन में यह पाया गया कि कैसे शराब और वजन हार्मोन के स्तर को प्रभावित कर सकते हैं। हम जानते हैं कि रोग के जोखिम को परिवार के इतिहास व आनुवांशिकी द्वारा प्रभावित हो सकती है, लेकिन यहां यह भी सही है कि इस रिसर्च से हम महिलाओं के इस असाध्य रोग के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं. एक स्वस्थ शरीर के वजन को बनाए रखना स्तन कैंसर को कम करने के लिए महत्वपूर्ण हैं. यह निष्कर्ष कैंसर के ब्रिटिश जर्नल में हाल ही में प्रकाशित हुए हैं.