रेलवे प्लेटफार्म से बदतर है लोहिया के महिला अस्पताल की हालत

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गर्भवती महिलाये बेड के अभाव में फर्श पर डालीं

सांप निकलने से मरीजों व परिजनों के हाथपांव फूले

फर्रुखाबाद: लोहिया अस्पताल के महिला वार्ड में इस समय स्थिति रेलवे प्लेटफार्म से भी बदतर है। प्रसव के लिये आयी महिलाओं को स्थानाभाव के कारण जमीन पर लिटाया गया है। मजे की बात है कि 300 बेड  के लोहिया अस्ताल में महिला अनुभाग को मात्र 30 बेड ही आबंटित हैं। महिला अस्पताल के ही कई उपचार कक्षों को स्टोर रूम बना कर छोड़ दिया गया है। इसी अफरातफरी के माहौल में अस्पताल में सांप निकल आने के कारण अचानक मरीजों व तीमारदारों की चीखें गूंजने लगी। शोर सुनकर दौड़े सफाई कर्मचारियों ने जैसे तैसे सांप के बच्चे को मारा।

आंकड़े गवाह हैं कि जुलाई, अगस्त व सितंबर में बर्थ रेट बढ़ जाता हैं। इसके बावजूद जिला अस्पताल में इसके लिये कोई अतिरिक्त तैयारी नहीं की जाती है। विदत है कि 300 बेड  के लोहिया अस्ताल में महिला अनुभाग को मात्र 30 बेड ही आबंटित हैं। रविवार को सायं लगभग आठ बजे महिला अनुभाग में लगभग आधा सैकड़ा गर्भवती महिलायें भर्ती हैं। जाहिर है कि बेड सीमित होने के कारण बाद में आने वाली गर्भवती महिलाओं को जमीन पर गद्दे डाल कर उन्हीं वार्डों में एडजस्ट किया गया। जब गद्दे भी समाप्त हो गये तो अस्पताल प्रशासन ने मरीजों को अपनी व्यवस्था पर रुकने का विकल्प खोल कर रख दिया। दूर दराज से आये मरीजों के परिजनों के सामने ऐसी नाजुक हालत मे गर्भवती को दोबारा वापस गांव ले जाने का कोई रास्ता न होने के कारण वह अब अपने साथ लायी चादरों आदि को ही बिछा कर रात गुजारने को मजबूर हैं। महिला वार्डों की हालत रेलवे प्लेटफार्म जैसी है, जहां एक मरीज को शौचालय तक जाने के  लिये कई मरीजों के ऊपर से फांद कर निकलना पड़ रहा है।

त्रासदी का अंत यही नहीं हुआ। अचानक अस्पताल में कहीं से सांप निकल आया। सांप निकलते ही मरीजों व तीमारदारों में चीखपुकार मच गयी। शोर सुनकर भागे सफाई कर्मचारियों ने जैसे तैसे सांप को घेर कर मार डाला।