कालका मेल की 13 बोगियां पटरी से उतरी , 35 यात्री मरे, 150 घायल

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कानपुर: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में मलवां रेलवे स्टेशन पास रविवार को हावड़ा से दिल्ली जा रही कालका मेल का इंजन और 12 बोगियां पटरी से उतर गईं। हादसे में कम से कम 35 यात्रियों की मौत हो गई तथा 150 से ज्यादा घायल हो गए।

जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी क़े एऩ जोशी ने बताया कि इस हादसे में जिले में 35 लोगों की मौत हो चुकी है और गम्भीर रूप से घायल लोगों की संख्या को देखते हुए मरने वालों की संख्या बढ़ाने की आशंका है।

हादसे में घायल हुए लोगों को फतेहपुर, कानपुर और इलाहाबाद के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। उत्तर—मध्य रेलवे के महाप्रबंधक हरीश चंद्र जोशी ने बताया कि कानपुर—फतेहपुर के बीच मलवां के पास दोपहर करीब साढ़े बारह बजे हुई इस दुर्घटना में ट्रेन का इंजन और 12 बोगियां पटरी से उतर गईं जिनमें से 10 बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं। घटना के कारणों का पता नहीं लग सका है।

अपर पुलिस महानिदेशक, रेलवे ए़ क़े जैन ने बताया कि क्षतिग्रस्त बोगियों में फंसे लोगों को बाहर निकालने का काम चल रहा है। इस काम में गैस कटर और अन्य उपकरणों की मदद ली जा रही है।

इस बीच नयी दिल्ली में भारतीय रेलवे के प्रवक्ता ने बताया कि रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनय मित्तल के अलावा रेलवे बोर्ड के सदस्य मैकेनिकल और सदस्य इंजीनियरिंग, आरपीएफ के महानिदेशक और रेलवे स्वास्थ्य सेवा के महानिदेशक मौके के लिये रवाना हो गये हैं।

प्रवक्ता ने बताया कि रेल राज्यमंत्री मुकुल राय ने मृतकों के परिजनों को पांच—पांच लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को एक एक लाख रुपये और मामूली रूप से घायल यात्रियों को 25—25 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।

उधर लखनऊ में मुख्यमंत्री मायावती ने इस हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजन को एक—एक लाख रुपए, गम्भीर रूप से घायलों को 50—50 हजार तथा मामूली रूप से जख्मी लोगों को 25—25 हजार रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है।