फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) त्रेतायुग में रामलला के जन्म के बाद नगर को ध्वजा, पताका और तोरणों से इस सजाया गया, जिसका वर्णन शायद ही किया जा सकता है| आकाश से पुष्पवृष्टि हो रही थी और सभी ब्रह्मानंद में मग्न थे| अवधपुरी सोहइ एहि भाँती। प्रभुहि मिलन आई जनु राती॥ देखि भानु जनु मन सकुचानी। तदपि बनी संध्या अनुमानी॥ अर्थात जिस तरह भगवान के जन्म के समय लग रहा था की रात्रि भगवान से मिलने आयी हो | ठीक उसी तरह का नजारा रामनवमी के अवसर पर शहर में भगवान राम की शोभायात्रा निकालने के दौरान नजर आया| नगर के विभिन्न मार्गो से गुजरी शोभायात्रा का भक्तों ने जगह-जगह फूल बरसाकर स्वागत किया। यात्रा में शामिल भगवान की विभिन्न झांकियां आकर्षण का केंद्र रहीं। यात्रा में शामिल भक्त जय श्रीराम के नारों के साथ ही डीजे पर झूमते हुए चल रहे थे।
शहर के सरस्वती भवन से श्री राम विविध कला केंद्र के माध्यम से भगवान श्री राम की भव्य शोभायात्रा नगर भ्रमण पर निकली| यात्रा में आगे माँ दुर्गा की झांकी शोभा बढ़ा रही थी| पीछे भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघन की शोभायात्रा रामरथ पर सबार थी| शोभायात्रा चौक, घुमना, सुतहट्टी होते हुए
नाला मछरटटा से फिर सरस्वती भवन पंहुचेगी| जहाँ सीता-राम रसोई द्वारा प्रसाद वितरण होगा| जगह-जगह आरती उतारी गयी| सांसद मुकेश राजपूत ने पंहुच भगवान श्रीराम के स्वरूपों की आरती उतारी| इस दौरान श्रीराम विविध कला के निर्देशक विजय दुबे मटर लाल, अध्यक्ष संदीप दीक्षित, भास्कर दत्त द्विवेदी, विजय प्रताप सिंह, विमलेश मिश्रा, सौरभ मिश्रा,आदित्य दीक्षित, डा. अविनाश पाण्डेय, दीपक मिश्रा, शिवांग रस्तोगी, मुन्ना गुप्ता, पाल सेना जिलाध्यक्ष पंकज पाल, आशाराम पाल रहे |
शोभायात्रा में झूमें श्रृद्धालु, गूंजे श्रीराम के जयकारे
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