फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो)जय माँ अहिल्याबाई होलकर पाल सेना की तरफ से होली मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया| जिसमे प्रमुख रूप से वक्ताओं नें अहिल्याबाई होलकर के जीवन पर प्रकाश डाला गया| वक्ताओं नें कहा कि अहिल्याबाई केबल स्वप्न दृष्टा ही नहीं, बल्कि संकल्प सृष्टा भी थी| उनके द्वारा बताये गये मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया |
शहर के ग्राम गढिया ढिलाबल में होली मिलन के कार्यक्रम का आयोजन पाल सेना जिलाध्यक्ष पंकज पाल के द्वारा किया गया| जिसमे जनपद भर के संगठन से जुड़े लोग पंहुचे| जिसमे सर्वप्रथम अहिल्लाबाई होलकर के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया| जिला उपाध्यक्ष आशाराम पाल नें कहा कि पाल सेना के साथ समाज के लोग लगातार जुड़ रहे हैं| संगठन का लक्ष्य राजमाता अहिल्यावाई
होलकर जीवन परिचय से सभी को अवगत कराना है| समाज के लोगों को एक जुट करना है| पाल सेना
अपने लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रही है| वरिष्ठ भाजपा नेता प्रभात अवस्थी नें कहा कि अहिल्याबाई होलकर किसी परिचय की मोहताज नही हैं| उन्होंने सनातन की रक्षा के लिए अपना जीवन ही समर्पित कर दिया|
वन्दना पाल नें कहा कि महिलाओं को भी आगे आकर संगठन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए| भाजपा नेता शैलेन्द्र सिंह राठौर नें कहा कि महापुरुष किसी जाति वर्षग के नही होते, वह सभी के हित के लिए कार्य करते हैं| अहिल्याबाई होलकर नें सनातन की रक्षा कर हजारो मन्दिरों की स्थापना पूरे भारत में करायी| पाल सेना जिलाध्यक्ष पंकज पाल नें कहा कि संगठन की जिला कमेटी पूर्ण रूप से बन चुकी है| अब संगठन को व्लाक स्तर पर मजबूत करनें का प्रयास चल रहा है| पाल सेना समाज के हर व्यक्ति के सुख-दुःख साथ खड़ी है| संस्कार भारती के प्रदेश महामंत्री व एशियन कम्प्यूटर के निदेशक सुरेन्द्र पाण्डेय ने अहिल्याबाई होलकर के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला|
हिन्दू महासभा युवा प्रदेश अध्यक्ष विमलेश मिश्रा ने कहा कि सभी समाज के लोग एक छत के नीचे रहें| हम सभी हिन्दू हैं| और पाल सेना भी हिंदुत्व के लिए कार्य कर रही है | जिसकी प्रेरणा अहिल्याबाइ
होलकर से सभी को लेनें की जरूरत है| मुख्य अतिथि दुर्वाषा ऋषि आश्रम के महंत ईश्वर दास महाराज नें कहा कि लोकमाता अहिल्या की प्रतिष्ठा का प्रमुख कारण यह नहीं है कि उन्होंने देशभर के तीर्थों, चारों धामों, बारह ज्योतिर्लिंगों व अनेक मंदिरों में पुनरुद्धार के कार्य कराए, अन्न क्षेत्र आरंभ किए, धर्मशालाएं बनवाईं, नदियों पर बांध बंधवाए, वृक्षारोपण
कराया, सड़कें व बावड़ियां बनवाईं, लोक उन्हें इसलिए पूजता है क्योंकि उन्होंने स्वयं को एक ऐसे उदाहरण के रूप में स्थापित किया, जिसका सब कुछ था लेकिन स्वयं के लिए कुछ भी नहीं था। जो कुछ भी था वह लोक के लिए था। उन्होंने अपनी निजता को समग्रता के लिए न्यौछावर कर दिया था। उनके
निजस्व की धारा समग्रता के सागर में विलीन हो गई थी और इसी कारण वे सरिता नहीं रहीं समुद्र हो गईं। संसार में सरिताएं तो बहुतेरी हैं लेकिन समुद्र गिने चुने।
गोगा जादूगर नें मचाया धमाल
होली मिलन में गोगा जादूगर नें भी अपना कार्यक्रम आयोजित हुआ| जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए| जादूगर नें अपने कारनामों से लोगों का खूब मनोरंजन किया|
इस दौरान उपाध्यक्ष दीपू पाल, आशीष पाल, महेंद्र पाल, संदीप पाल, विमलेश कश्यप, नितिन कुमार, बीजेपी नेता अभिषेक बाथम, संजोग,आजाद आदि रहे| संचालन विजय राठौर नें किया|
अहिल्याबाई का जीवन सनातन को समर्पित: ईश्वर दास महाराज
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