प्रयागराज:जनपद महाकुम्भनगर का विराट स्वरूप आज दिख रहा है।महाकुम्भ का पहला अमृत स्नान पर्व मकर संक्रांति के मौके पर मनाया जा रहा है।महाकुंभ को लेकर सभी 13 अखाड़ों के साधु,संत और संन्यासियों में उत्साह दिख रहा है।महाकुंभनगर के टेंट सिटी में उत्साह और उमंग देखते ही बन रहा है।इससे पहले पौष पूर्णिमा शाही स्नान के मौके पर करीब एक करोड़ 65 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम तट पर डुबकी लगाई। मकर संक्रांति के मौके पर यह आंकड़ा चार से पांच करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है। वहीं अखाड़ों के अमृत स्नान के भव्य और दिव्य नजारे को देखने के लिए लोग जुट रहे हैं।महाकुंभ 2025 के प्रथम अमृत स्नान के दौरान नागा साधुओं का अद्भुत प्रदर्शन श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बना। त्रिवेणी तट पर इन साधुओं की पारंपरिक और अद्वितीय गतिविधियों ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा। अमृत स्नान के लिए ज्यादातर अखाड़ों का नेतृत्व कर रहे इन नागा साधुओं का अनुशासन और उनका पारंपरिक शस्त्र कौशल देखने लायक था। कभी डमरू बजाते हुए तो कभी भाले और तलवार लहराते हुए, इन साधुओं ने युद्ध कला का अद्भुत प्रदर्शन किया। लाठियां भांजते और अठखेलियां करते हुए ये साधु अपनी परंपरा और जोश का प्रदर्शन कर रहे थे।
महाकुंभ नगर के मेला अधिकारी ने बताया कि दोपहर 12 बजे तक 1 करोड़ 60 लाख श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं।नगाड़ों की गूंज के बीच श्रद्धालुओ के जोश ने इस अवसर को और भी खास बना दिया।
मकर संक्रांति पर दोपहर 12 बजे तक 1 करोड़ 60 लाख श्रद्धालुओ ने किया स्नान,नागा साधुओं के करतब से श्रद्धालु गदगद
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