Saturday, December 28, 2024
spot_img
HomeFARRUKHABAD NEWSफर्रुखाबाद में प्राचीन मन्दिर के अस्तित्ब पर कब्जा, मन्दिर का रास्ता गायब

फर्रुखाबाद में प्राचीन मन्दिर के अस्तित्ब पर कब्जा, मन्दिर का रास्ता गायब

फर्रुखाबाद:(दीपक शुक्ला) सीएम योगी आदित्यनाथ के द्वारा जिस तरह से पुरानें मन्दिरों को तलाशने के बाद उन्हें पुन: स्थापित किये जानें की प्रक्रिया जोरों पर है| फर्रुखाबाद में भी प्राचीन मंदिर अपना अस्तिस्व खोनें की कंगार पर है| स्थानीय लोगों ने मन्दिरों पर अपना कब्जा कर रखा है| मजे की बात यह है कि मन्दिर में जहाँ मूर्तियाँ होनी चाहिए वहां भूसा और कंडे भरे हैं| दूर से देखने में मन्दिर कम से कम दो सौ साल से कम पुराने नही लगते| वर्तमान में तकरीबन 80 साल के बुजुर्ग भी इस मन्दिर के बारे में कोई ठोस जानकारी नही दे पाये|

तहसील सदर क्षेत्र ग्राम माधौपुर में गाँव के मध्य प्राचीन मन्दिर स्थापित है| मन्दिर की नक्कासी किसी का भी ध्यान अपनी तरफ खीच लेती है| प्राचीन ऊंचा शिखर पर बनी कारीगरी की अनूठी प्रतिभा देखने लायक है| मन्दिर के चारो तरफ जिस प्रकार से डिज़ाइन को उकेरा गया है वह आज कल देखनें को भी नही मिलती| इस मंदिर के ठीक पास ही दूसरा मंदिर भी स्थापित है, वह ऊंचाई में कुछ छोटा है| दोनों मन्दिरों की नक्कासी व सुन्दरता पर ग्रहण लगा है| ग्रामीणों का कहना है कि मन्दिर में अष्ट धातु व संगमरमर की मूर्तियाँ, शिवलिंग व नंदी स्थापित थे| लेकिन अब वहां पर कुछ भी नही है, सिर्फ भूसा व कंडे भरे हैं|
मन्दिर के आस-पास की मिट्टी भी खोदकर गायब कर दी गयी| जिससे मन्दिर एक टीले पर खड़ा दिखाई देता है| मन्दिर के आस-आस लगी हुई भूमि पर खेती हो रही है|यहाँ तक प्राचीन मन्दिर तक जानें का रास्ता भी गायब हो चुका है| यदि आप मन्दिर में जाना चाहते है तो तीन चार फिट गहरे गड्डे में उतर कर फसलों के बीच से होकर जाना पड़ेगा| मंदिर में पंहुचनें पर ईश्वर तो नही मिलेंगे! लेकिन मन्दिर के टूटे हुए चबूतरे पर पंहुचते ही कंडे व मन्दिर में भरे भूसे से रूबरु होना पड़ेगा|
हिन्दू महासभा के युवा प्रदेश अध्यक्ष विमलेश मिश्रा ने बताया कि वह खुद मौके पर जाकर प्राचीन मन्दिर की भव्यता को देखेंगे| वह प्रशासन से मांग करेंगे की मन्दिर दोबारा अपने अस्तिस्व में वापस लौटे|
पांचाल घाट दुर्वाशा ऋषि आश्रम के महंत ईश्वर दास जी महाराज नें बताया कि निश्चित ही प्रशासन के नियम के तहत होगा उसी के हिसाब से प्राचीन मन्दिरों को खोजकर जीर्णोद्धार कराया जायेगा| संत समाज इसके लिए आगे आयेगा| जो मन्दिर लुप्त हो रहे हैं उनको खोजने का प्रयास किया जायेगा|



Most Popular

Recent Comments