फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) नगर के आवास विकास स्थित बीजेपी ने जिला कार्यालय पर सिखों के गुरु गोविंद सिंह के चारों पुत्रों की शहादत दिवस कार्यक्रम को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने का कार्यक्रम किया| जिसमे उनके बलिदान को आमलोगों में साझा किया गया|
मुख्य अतिथि जिला संगठन प्रभारी शिव महेश दुबे ने कहा गुरु गोविंद के पुत्रों की शहादत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आहान पर यह कार्यक्रम वीर बाल दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। विदेशी व मुगल आक्रांताओं के जुल्म और अत्याचार व भारत का इस्लामीकरण रोकने के लिए सिखों के धर्मगुरु गुरु गोविंद सिंह के पुत्रों ने अपनी शहादत देने का कार्य किया। मुगल विदेशी आक्रांताओं द्वारा लगातार धर्म और संस्कृति का विनाश किया जा रहा था, लेकिन साहबजादे ने अपने धर्म को ना परिवर्तित करते हुए मौत को गले लगाना स्वीकार किया। देश में आजादी के बाद कांग्रेस और कम्युनिस्टों ने साजिश के तहत उन वीर साहबजादो की शहादत का इतिहास इस देश की जनता से दूर रखा। और जवाहरलाल नेहरू के जन्म दिवस को बाल दिवस मनाने जैसा कार्य किया, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ऐतिहासिक निर्णय लेकर उन साहबजादो को सच्ची श्रद्धांजलि देते हुए उनकी इस शहादत दिवस को वीर बाल दिवस मनाने का निर्णय लिया। जिलाध्यक्ष रूपेश गुप्ता ने कहा भारत वीरों की धरती है जहां पर देश की खातिर लाखों और हजारों लोगों ने शहादत देने का कार्य किया मुगल शासको ने भारत पर शासन करके लगातार हिंदू धर्म को समाप्त करने का हर संभव प्रयास किया| लेकिन सनातन संस्कृति की रक्षा के लिए गुरु गोविंद सिंह ने अपने चारों पुत्रों को बलिदान कर दिया उनकी इस शहादत को कभी बुलाया नहीं जा सकता है।
भोजपुर विधायक नागेंद्र सिंह राठौर ने कहा वीर बाल दिवस हमारे इतिहास के उन्नयन बच्चों की याद दिलाता है, जिन्होंने धर्म संस्कृति और देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी| यह दिन साहस निष्ठा और बलिदान का प्रतीक है।
अमृतपुर विधायक सुशील शाक्य ने कहा आजादी के बाद किस देश को जो इतिहास पढ़ना चाहिए था वह कांग्रेस की साजिश के तहत देश की जनता को नहीं पढ़ाया गया बल्कि पूरा इतिहास वोट बैंक और राजनीतिक महत्वाकांक्षा की भेंट चढ़ गया। सिर्फ एक वर्ग का वोट हासिल करने के लिए कांग्रेस ने इतिहास के साथ छेड़छाड़ की। 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद भारत एक नई दिशा की ओर आगे बढ़ रहा है जहां पर उसकी संस्कृति को एक नई पहचान मिल रही है।
फतेहगढ़ गुरुद्वारा प्रधान हरजिंदर सिंह एवं ग्रंथि ज्ञानी मंगल सिंह एवं सरदार तोषित प्रीत सिंह को सम्मानित किया गया। जिला महामंत्री डीएस राठौर, जिला महामंत्री हिमांशु गुप्ता, जिला कोषाध्यक्ष संजीव गुप्ता, जिला मंत्री गोपाल राठौर, जिला उपाध्यक्ष जय गंगवार, जिला मीडिया प्रभारी शिवांग रस्तोगी,रवि वाजपेयी आदि रहे| कार्यक्रम का संचालन जिला मंत्री धर्मेंद्र राजपूत ने किया|
मंडल अध्यक्ष दावेदारों नें की शिकायतें
बैठक के दौरान मंडल अध्यक्ष पद के दावेदारों नें जिला प्रभारी शिव महेश दुबे से भेट कर अपने-अपने दावेदारों की शिकायतें की| कुछ जिलाध्यक्ष पद के दावेदार भी उनसे मिले|