फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो ) पुत्री को इलाज के लिए लेकर आये शिक्षक को चिकित्सक व उसके गुर्गों नें जमकर सरेराह पीट दिया| जिससे शिक्षक के मुंह में काफी चोट आयी| शिक्षक व उसकी पुत्री के साथ मारपीट कर रहे चिकित्सक व उनके कर्मियों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है|
कोतवाली फतेहगढ़ के नवदिया निवासी विनोद कुमार विकास खंड कायमगंज के कम्पिल ब्राहिमपुर में अध्यापक पद पर कार्यरत है| उनकी पुत्री अंकिता उर्फ लकी के हाथ में चोट लगने से उसका आवास विकास में हड्डी रोग विशेषज्ञ विकास अग्रवाल से उपचार कराया| विनोद नें बताया कि बेटी अंकिता के हाथ में प्लास्टर चढाया था जब प्लास्टर देखें वीडियो– https://youtu.be/Q5Ow1UE9zDE?si=LH3iw2rvtD2yFIC- काटा तो हाथ की कलाई में दर्द था| जिसको दिखानें के लिए वह अस्पताल आये| जब अंकिता नें काउंटर पर बैठे कर्मचारी को चिकित्सक से मिलने को कहा तो अंकिता का आरोप है कि अस्पताल कर्मी नें 200 रूपये का पर्चा बनवाने की बात कही, जिस पर अंकिता नें कहा की केबल मिलना है तो 200 रूपये किस बात के लगेंगे| इस पर विवाद हो गया| अंकिता का आरोप है कि अस्पताल कर्मी नें चप्पल दिखाई जिस पर अंकिता नें उसको थप्पड़ जड़ दिया| कुछ देर बाद चिकित्सक विकास अग्रवाल और उनके कई गुर्गों नें अस्पताल के बाहर शिक्षक विनोद और उनकी पुत्री अंकिता को जमकर सरेराह पीटा|
मामले की सूचना होनें पर आवास विकास चौकी प्रभारी अनिल कुमार व डायल 112 पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पंहुचे और मामले की जानकारी की| उसी दौरान शिक्षक विनोद के और परिजन आ गये| आक्रोशित परिजनों नें देखें वीडियो- https://youtu.be/EdqLP3k-v4k?si=BX7IsAGictdRGqXI अस्पताल कर्मचारियों के साथ मारपीट कर दी| युवती अंकिता अस्पताल के बाहर आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करनें की मांग को लेकर सड़क पर लेट गयी| जिससे भीड़ एकत्रित हो गयी| आक्रोशित परिजनों नें पुलिस के सामने अस्पताल कर्मियों से मारपीट की| चिकित्सक द्वारा सड़क पर मारपीट किये जानें का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है| पुलिस चिकित्सक व उसके कर्मियों को थानें ले गयी| सीओ सिटी ऐश्वर्य उपाध्याय, नगर मजिस्ट्रेट संजय बसंल थानें पंहुचे| वहां भी शिक्षक व उनके परिजनों नें आरोपी चिकित्सक को बिठाकर चाय पिलाने का आरोप लगाकर हंगामा किया|
महिला पुलिस होती तो नही होता बबाल
विवाद के दौरान आवास विकास विकास पुलिस व थाना पुलिस मौके पर पंहुची| केबल डायल 100 पुलिस के साथ तैनात एक महिला आरक्षी मौके पर मौजूद थी| लेकिन थाना पुलिस की तरफ से कोई महिला सिपाही ना होनें से विवाद बढ़ा| महिलाओं के हंगामा करनें के दौरान पुलिस के उन्हें शांत करानें में पसीने छूट गये| चिकित्सक विकास अग्रवाल ने बताया उन्होंने मारपीट नही की| आरोप गलत हैं| कादरी गेट थाना प्रभारी आमोद कुमार नें बताया कि जाँच की जा रही है| जाँच के बाद कार्यवाही होगी|