सांसद से वार्ता के बाद दस दिनों से चल रहा भाकियू का धरना समाप्त

FARRUKHABAD NEWS

फर्रुखाबाद:(अमृतपुर संवाददाता) बीते लगभग 10 दिनों से चल रहा भाकियू का धरना अधिकारियों के आश्वासन के बाद आखिर समाप्त हो गया |
अमृतपुर तहसील क्षेत्र के धर्मपुरमढ़ी ताजपुर में पिछले दस दिनों से भारतीय किसान यूनियन भानु गुट के जिलाध्यक्ष नरेन्द्र सोमवंशी के नेतृत्व में अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन विभिन्न मांगों को लेकर चल रहा था। पिछले महीने 29 फरवरी को अमृतपुर विधायक सुशील कुमार शाक्य,उपजिलाधिकारी अमृतपुर रविन्द्र सिंह,क्षेत्राधिकारी अमृतपुर रविन्द्र नाथ राय किसान नेताओं से मिलकर धरना खत्म करने के लिए वार्ता की थी। वार्ता में विधायक सुशील शाक्य ने किसान नेताओं से तीन किसान नेताओं के नाम मांगे थे। जिन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से तीन दिन के अन्दर भेंट करवाने के लिए आश्वासन दिया था। किसान नेताओं ने तीन लोगों के नाम दिये थे। आज 6 दिन बीत जाने के बाद भी मुलाकात का समय नहीं दिलवाने से नाराज किसान नेता उग्र हो गये। किसानों ने आमरण अनशन शुरू करते हुए ट्रेक्टर मार्च शुरू कर भोलेपुर में चक्का जाम करने को जिला प्रशासन को चेतावनी दी| जैसे ही ट्रैक्टर मार्च होने की जानकारी अधिकारियों को हुई तो प्रशासन के हाथ पांव फूल गये| आंदोलन को खत्म करवाने के लिये अपर जिलाधिकारी सुभाष चन्द्र प्रजापति, अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. संजय सिंह, उपजिलाधिकारी अमृतपुर रविन्द्र सिंह, क्षेत्राधिकारी अमृतपुर रविन्द्र नाथ राय , थानाध्यक्ष अमृतपुर मीनेश पचौरी फोर्स का साथ धरना स्थल पर पहुंच गये। जिलाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह सोमवंशी ने अधिकारियों से मुख्यमंत्री से वार्ता कराने का ठोस आश्वासन मांगा जो अधिकारी नहीं दे पाये। किसान नेताओं ने जिलाधिकारी पुलिस अधीक्षक सांसद फर्रुखाबाद से मुलाकात करने की मांग करते हुए कहा अगर 2 घंटे में मुलाकात नहीं करवाई गई तो फिर दो घण्टे का समय पूरा होते ही मार्च शुरू हो जाएगा। काफी देर इंतजार करने के बाद क्षेत्राधिकारी ने सांसद मुकेश राजपूत से भारतीय किसान यूनियन भानु के जिलाध्यक्ष नरेंद्र सिंह सोमवंशी की फोन पर बात हुई। सांसद मुकेश राजपूत से काफी लम्बी वार्ता करने के बाद एडीएम और एएसपी ने जिला स्तरीय जितनी मांगे थी वह सब मान ली बाकी मांगों को शासन को भेज दिये जाने का भरोसा दिया। प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे अधिकारियों ने आमरण अनशन कर रहे किसान नेताओं को जूस पिलाकर अनशन समाप्त कराया|