Friday, December 27, 2024
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फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करनें में पालिका लिपिक भी गिरफ्तार

फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) फर्जी प्रमाण पत्र जारी करनें के मामले में पुलिस नें फरार चल रहे पालिका कर्मी को गिरफ्तार कर लिया|
आरोपी नवनीत कनौजिया पुत्र सुनील कुमार निवासी 2/38 सुतहट्टी नगर पालिका में लिपिक के पद पर कार्यरत था| उसके द्वारा पालिका कर्मचारी मृतक ज्ञान कुमार का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र उसकी मृत्यु तिथि 18 अगस्त1991 दिखाते हुए जारी करा लिया था| अधिशासी अधिकारी द्वारा जाँच करने पर मृतक की मृत्यु तिथि 7 मार्च1992 होना पायी गयी| मामले में विगत वर्ष 2023 को 420,467,468 व 471के तहत आरोपी शील कुमार पुत्र रघुनाथ, सौरभ हजेला पुत्र शील कुमार, सुधीर कुमार पुत्र रामप्रकाश, सुरेश पुत्र रामप्रकाश के विरुद्ध दर्ज कराया गया था | विवेचना के दौरान नगर पालिका कर्मचारी नन्द किशोर व नवनीत की अपराध में संलिप्तता पाये जाने पर उनका नाम भी प्रकाश में आया| विवेचना में पुलिस नें पाया कि पालिका कर्मचारी ज्ञान कुमार का असली नाम ज्ञानेश्वर प्रसाद था, जिसकी मौत 7 मार्च1992 रिकार्ड में दर्ज है। पुलिस नें नामजद आरोपी सौरभ हजेला व प्रकाश में आये आरोपी नन्द किशोर को पूर्व में ही गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया था। थाना मऊदरवाजा पुलिस ने मंगलवार को नवनीत कनौजिया की गिरफ्तारी भी कर ली |
आरोपी नवनीत नें पुलिस को यह बताया
थाना पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपी नवनीत नें बताया कि शील कुमार ने जो आवेदन दिया उनके फार्म जो सूचनायें भरी गयी वह मेरे हस्तलेख में हैं। इसके बाद में थोड़ा लालच में पड़ गया। शील कुमार ने मुझे पैसे देने की बात कहीं थी कि तुम प्रमाण पत्र बनवा दो मैं तुम्हे पैसे दे दूंगा। उनके द्वारा ही मुझे गवाहो के आधार कार्ड की छायाप्रतियां भी दी गयी थी| लालच में पड़ कर कोई भी जाँच करने का प्रयास नही किया तथा उसने बिना कोई जाँच किये गवाह विद्यानन्द आर्य व राकेश सक्सेना के फर्जी शपथ पत्र तैयार कर लिये व उन पर मेरे ही द्वारा हस्ताक्षर किये गये। तथा जो आख्या मृतक ज्ञान कुमार के मृत्यु प्रमाण पत्र 18 अगस्त1991 के लगायी गयी है, वह भी मेरे हस्तलेख में है तथा उस रिपोर्ट पर जो गवाह विद्यानन्द आर्य व राकेश सक्सेना के हस्ताक्षर बने हैं, वह हस्ताक्षर मेरे द्वारा ही बनाये गये थे। गवाहों से शपथ पत्र नही लिये गये थे |

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