फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) भाई दूज को देखते हुए जेल में मुलाकात के लिए पहुंची महिलाओं को जेल प्रशासन ने छूट दी और पूर्वाह्न साढ़े 11 बजे से शुरू हुई बंदियों से मुलाकात शाम तक चली। जेल की सलाखों के पीछे बहनों के माथे पर तिलक कर मिठाई खिलायी और उनके जल्द रिहा होनें की ईश्वर से प्रार्थना की|
सेंट्रल जेल में जेल गेट के बाहर जेल से निर्मित मिठाई की बिक्री के लिए स्टाल लगाया गया| जहाँ से भाईदूज पर आयीं बहनें मिठाई खरीद कर जेल के भीतर ले जा सकी| बाहर की मिठाई पर रोंक लगा दी गयी| जिला जेल व सेन्ट्रल जेल में बंदियों का हर दिन चार
दीवारी में ही गुजरता है। लेकिन बुधवार को भाई दूज के पर्व पर यहां रौनक के साथ आंसू भी छलके। बहन को देखकर भाई इतने भावुक हो गए कि मानो पूरी दुनिया मिल गई हो। कोई अपनी बहन से लिपटकर रोया तो कोई उसे निहारता ही रहा। चंद मिनटों के लिए ही सही भाई को देखकर बहनों की आंखों में भी आंसू आ गए। बहनों ने मुलाकात कर भाइयों के माथे पर तिलक लगाकर उनके जल्द जेल से बाहर आने और उज्जवल भविष्य की कामना भी की।
जिला जेल के अधीक्षक भीम सेन मुकुंद नें जेएनआई को बताया कि उनके यहाँ 374 बहनों नें अपने भाईयों से मुलाकात की| उसके साथ 199 बच्चे और दो पुरुष भी मुलाकात करनें पंहुचे| सेन्ट्रल जेल के जेलर बद्री प्रसाद नें जेएनआई को बताया कि उनके यहाँ 156 बहनों के साथ ही उनके 49 बच्चों नें मुलाकात की |