कौम की तरक्की के लिए मुस्लिम बच्चे बने इंजीनियर व चिकित्सक

FARRUKHABAD NEWS

फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) ऑल इंडिया उलेमा एवं माशाहिख बोर्ड(ए,आई,यू,एम,बी) के वाइस चेयरमैन शाह अम्मार अहमद अहमदी उर्फ नैय्यर मियां ने कहा कि मुसलमान की जो भी मजहबी स्थिति है, उसे महत्व देते हुए, मुसलमान को संविधान में प्रदत्त अधिकार मिलने चाहिए।
शनिवार को दोपहर 11:50 बजे फर्रुखाबाद जिले के फतेहगढ़ दरगाह लोको में 1 सितंबर से तीन सितंबर तक आयोजित सालाना 263 वे उर्स समारोह में भाग लेने पंहुचे शाह अम्मार अहमद अहमदी उर्फ नैय्यर मियां ने बताया कि पिछले 10 वर्षों से मदरसो,मे मुस्लिम तालीम के लिए आने वाले बच्चों की संख्या दो प्रतिशत होगी, जबकि 98% बच्चे देश के पब्लिक मॉडर्न, इंटर कॉलेज, डिग्री कॉलेज आदि में अच्छे-से अच्छी आधुनिक शिक्षा पाने के लिए पहुंच रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि सरकार ने अल्पसंख्यक बच्चों की तालीम में खर्च होने वाली धनराशि को अब सीधे बच्चों के बैंक खाते में पहुंचती है जिससे घोटाला होने का सबाल ही पैदा नहीं होता।
उन्होंने बताया कि जो सुधारक आज मदरसो की बात करते हैं वे मदरसो की तालीम से बाकिफ नहीं होते, कि कोई बच्चा पैदा होने के बाद मां की गोद से पढ़ाई लिखाई निकाह और जनाजा निकलने तक मुस्लिम शरीयत से बंधा है। ऐसे में नई व्यवस्थाओं का हम- हमारी सारी तंजीमें पर्सनल लॉ बोर्ड आदि विरोध करते हैं। उन्होंने दावा किया कि देश में हमारे मदरसे चलते रहेंगे लेकिन आधुनिक अच्छी तालीम के लिए मॉडर्न पब्लिक स्कूल, इंटर कॉलेज, डिग्री कॉलेज आदि के माध्यम से मुस्लिम बच्चे अच्छे डॉक्टर, इंजीनियर आदि की शिक्षा ग्रहण करके अपनी और देश की तरक्की करें| यह हमारा प्रयास है।
मुल्क में अमन चैन की दुआ करते हुए नैय्यर मियां ने कहा कि मोहब्बत करने वाले हम मुट्ठी भर नफरत करने वालों को मोहब्बत से जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष की कामयाबी इसी में है कि जो अंतिम पायदान पर खड़ा है उसे ऊपर उठाया जाये। आज हमारी सत्ता में अल्पसंख्यक एमपी व एमएलए हैं, ऐसे में कौम की तरक्की के लिए मुस्लिम बच्चों को आधुनिक अच्छी डॉक्टर, इंजीनियर आदि की शिक्षा पाने के प्रयास करने होंगे ताकि कौम और देश की तरक्की हो सके।
कांग्रेस शासन में मदरसा के आधुनिकरण नीति पर विचार किए जाने का जिक्र करते हुए उन्होंने वर्तमान भाजपा सरकार से मदरसा आधुनिकरण किये जाने की मांग की। उन्होंने धनाढय मुस्लिम परिवारों से अपील की कि वे अपने पैसे से इंटर डिग्री कॉलेज एवं अन्य शिक्षा के अच्छे संस्थान स्थापित कराकर के मुस्लिम बच्चों को अच्छी आधुनिक तकनीकी शिक्षा उपलब्ध कराए। मुस्लिम समाज ने अच्छी शिक्षा के लिए साउथ में काम किया है वही नॉर्थ इंडिया में भी मुसलमान को आगे बढ़ाने के लिए अधिक से अधिक कॉलेज खोलने की जरूरत है। स्थानीय दरगाह के प्रमुख मौलाना राशिद साहब तथा फैदर शाबरी आदि मौजूद थे।