सचिव को प्रतिकूल प्रविष्टि, प्रधान को भी नोटिस

FARRUKHABAD NEWS

फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) बुधवार को जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह नें विकास खंड बढ़पुर के गौवंश आश्रय स्थल याकूतगंज का औचक निरीक्षण किया| जहाँ उन्हें गंदगी का अम्बार व अव्यवस्था मिली| जिससे डीएम खफा हो गये| उन्होंने प्रधान को नोटिस जारी कर सचिव की सेवा पुस्तिका में प्रतिकूल प्रविष्टि अंकन करने के निर्देश दिये|
गोवंश आश्रय स्थल याकूतगंज ने जब डीएम पंहुचे तो उन्हें निरीक्षण के दौरान 3 गौपालक अनुपस्थित मिले। मौके पर मौजूद गौपालक मुकेश द्वारा बताया गया कि बुधवार को गौशाला में 104 गोवंश है। गौशाला में निरीक्षण के दौरान पर्याप्त मात्रा में भूसा, दाना, नमक, हरा चारा, मिनरल पाउडर आदि की व्यवस्था पाई गयी। निरीक्षण के दौरान गौशाला में साफ-सफाई व्यवस्था ठीक नहीं पायी गयी| गौपालक मुकेश ने डीएम को बताया गया कि चारा मशीन खराब होने के कारण 15 दिनों से गोवंश को हरा चारा नहीं दिया जा रहा है। जिलाधिकारी को फोन पर सचिव लक्ष्मीलता गौतम द्वारा बताया गया कि कल ही मशीन ठीक कराने प्रधान गये है। जब कि विगत 15 दिनों से चारा मशीन खराब पड़ी हुई है। निरीक्षण के दौरान देखा गया कि गौशाला में 4 गौपालक एवं पर्याप्त मात्रा में हरा चारा होने के बाद भी गोवंश को हरा चारा नहीं दिया जा रहा है। गोवंश के भरण पोषण में घोर लापरवाही पायी गयी है। जिस पर जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त की गयी और इस​के लिये जिम्मेदार ग्राम सचिव की सेवा पुस्तिका में प्रतिकूल प्रविष्टि अंकन करने के साथ-साथ ग्राम प्रधान को भी नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान यह भी देखा गया कि गोवंश हेतु दान में मिला भूसा और गौशाला में खरीदा गया भूसा एक ही गोदाम में रखा गया है। जिससे स्पष्ट नहीं हुआ कि कितना भूसा दान में मिला और कितना भूसा क्रय किया गया है। भूसा रजिस्टर भी गौशाला में नहीं मिला। गौपालक द्वारा बताया गया कि भूसा रजिस्टर सचिव के पास है। सचिव से हुई वार्ता दौरान बताया गया कि 24 कुन्टल भूसा दान में मिला है। उसको भी गोदाम में ही रखवा दिया गया है।
जिलाधिकारी द्वारा समस्त नोडल अधिकारी गोवंश आश्रय स्थल को निर्देशित किया गया है कि समस्त गौशालाओं में गोवंश हेतु जनसहयोग से दान में मिला भूसा एवं गोवंश हेतु गौशाला में क्रय किया गया भूसा का भण्डारण अलग-अलग करायें| उसका अलग-अलग रजिस्टर में ही अंकन किया जाये। ताकि निरीक्षण के दौरान यह साफ हो सके कि कितना भूसा दान में मिला है और कितना भूसा गौशाला में क्रय किया गया है। समस्त नोडल अधिकारी यह भी सुनिश्चित कराये कि गोवंश को प्रतिदिन हराचारा दिया जाये एवं उसकी फोटो नोडल अधिकारी गोवंश ग्रुप में अवश्य रूप से शेयर की जाये । जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि गोवंश के भरण पोषण में लापरवाही पाये जाने पर जिम्मेदारी तय करते हुये कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।