डेस्क: हाल ही में यूपी के अलीगढ़ में एक सड़क हादसे में यूट्यूबर की मौत हुई,दिल्ली का रहने वाला यूट्यूबर अगस्त्य चौहान यमुना एक्सप्रेस-वे पर 300 की स्पीड पर बाइक चलाते हुए वीडियो बना रहा थे। उसी दौरान बाइक डिवाइडर से टकरा गई, जिसमें उसकी मौके पर ही मौत हो गई। भारत में ऐसे न जाने कितने ही लोग सड़क हादसे का शिकार हुए है।सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने हाल ही में एक वार्षिक रिपोर्ट- ‘भारत में सड़क दुर्घटनाएं – 2021’ जारी किया है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि साल 2021 के दौरान देश में कुल 412432 सड़क हादसे दर्ज किए गए हैं। जिसमे 153972 लोगों को आपकी जान देनी पड़ी और 384448 लोग सड़क हादसे के दौरान घायल हुए। रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि सबसे ज्यादा 18-45 वर्ष के लोग सड़क हादसे का शिकार होते है जो कुल दुर्घटना मृत्यु का लगभग 67 प्रतिशत है।
सड़क परिवहन की रिपोर्ट में बताया गया कि दोपहर 3 बजे से रात 9 बजे तक भारतीय सड़कों पर सबसे जोखिम भरा समय है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो ने भारत में सड़क सुरक्षा को लेकर भी एक डेटा रिलीज किया है जिसमें बताया गया है कि कौन से वाहन सबसे ज्यादा सड़क हादसे का शिकार होते है। रिपोर्ट के अनुसार भारतीय सड़कों पर चलने का सबसे खतरनाक समय दोपहर 3 से 9 बजे होता है। सरकार की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल भारत में सड़क दुर्घटनाओं की अधिकतम संख्या शाम के समय – शाम 6 बजे से 9 बजे के बीच दर्ज की गई थी,जो देश में कुल दुर्घटनाओं का 20.7 प्रतिशत थी। मोर्थ की रिपोर्ट में कहा गया है कि दोपहर और शाम का समय सड़क पर चलने के लिए सबसे खतरनाक समय होता है।
सड़क दुर्घटनाओं में सबसे अधिक जान उत्तर प्रदेश में गई है इसका आंकड़ा- 21,792 है। इसके बाद तमिलनाडु (15,384), महाराष्ट्र (13,911) और मध्य प्रदेश (12,480) में इतने मौतें दर्ज की गई है। 2021 में अधिकांश सड़क दुर्घटनाएं ओवरस्पीडिंग के कारण हुई जिसमें 87,050 लोगों की मौत हुई और 2,28,274 लोग घायल हुए। खतरनाक या लापरवाह ड्राइविंग या ओवरटेकिंग से 25.7 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाएं हुई जबकि खराब मौसम की स्थिति के कारण केवल 2.8 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गई।