फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) गुरुवार को कृषि रक्षा विभाग की टीम नें 35 कीटनाशक दवा दुकानों पर छापेमारी की गयी| जिसमे से 3 दुकानों के लाइसेंस निलंबित किये गये| जिससे दवा व्यापारियों में हड़कंप मचा रहा|
जनपद के कृषकों को गुणवतायुक्त एवं निर्धारित मूल्य पर कीटनाशक की उपलब्धता सुनिश्चित कराने हेतु जनपद की समस्त तहसीलों में कृषि विभाग एवं अन्य विभाग के अधिकारियों की संयुक्त टीम गठित कराते हुए छापे हेतु कार्यवाही की गयी। जिला कृषि रक्षा अधिकारी बीके सिंह ने बताया कि कृषकों को गुणवत्तायुक्त कृषि निवेश समय से उपलब्ध कराना शासन की प्राथमिकता में है, जिलाधिकारी के निर्देशानुसार लगातार उर्वरक, बीज एवं कृषि रक्षा रसायन के प्रतिष्ठानों पर छापे की कार्यवाही की गयी है। जनपद के कृषकों को समय से कृषि निवेश उपलब्ध हो इस हेतु आगे भी सघन छापे की कार्यवाही की जाएगी। छापे के दौरान ग्रहित सभी पेस्टीसाइड के नमूनों को परीक्षण हेतु प्रदेश की प्रयोगशालाओं में भेजा जाएगा एवं अमानक पाये जाने पर सम्बन्धित विक्रेता के साथ ही सम्बन्धित फर्म के विरूद्ध भी प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराकर विधिक कार्यवाही की जाएगी। जाँच के समय समुचित अभिलेख न दिखाने एवं बिना किसी कारण प्रतिष्ठान बंद कर गायब होने के कारण जिला कृषि रक्षा अधिकारी द्वारा तत्काल प्रभाव से 3 विक्रेताओं का लाइसेंस निलम्बित कर दिया गया है, विवरण निम्नवत है:
1- उत्कर्ष कृषि सेवा केन्द्र जसमई- निरीक्षण के समय दुकान बंद करके गायब हो गये|
2- सौरभ बीज भण्डार जसमई- निरीक्षण के समय दुकान बंद करके गायब हो गये।
3- वर्मा बीज भण्डार हथियापुर- निरीक्षण के समय दुकान खुली लेकिन विक्रेता गायब थे।
जिला कृषि रक्षा अधिकारी ने बताया कि किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए छापे की कार्यवाही आगे जारी रहेगी, स्टॉक तथा बिक्री रजिस्टर जो जिला कृषि रक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा प्रमाणित कर विक्रेताओं को दिया जाता है, सभी प्रतिष्ठानों पर रखना अनिवार्य है, साथ ही विक्रेता अपने प्रतिष्ठान में उन्हीं रसायनों को रख कर बिक्री करें जिसकी अनुमति उनके लाइसेंस में अंकित है। विक्रेता अपने प्रतिष्ठान का नाम एवं मोबाइल नं० सहित पते का बोर्ड प्रत्येक दशा में प्रतिष्ठान पर लगवाना सुनिश्चित करें।