जन-जन के कवि थे तुलसीदास

FARRUKHABAD NEWS

फर्रुखाबाद:(नगर संवाददाता) श्री आदर्श रामलीला मंडल मानस मंच के कलाकारों ने तुलसी जयंती पर गोस्वामी तुलसीदास के चित्र पर पुष्पांजलि कर एवं राम धुन के साथ गोस्वामी तुलसीदास को याद किया|
सुरेंद्र पाण्डेय ने गोस्वामी तुलसीदास के जीवन पर प्रकाश डाला, उन्होंने कहा सम्पूर्ण भारतवर्ष में महान ग्रंथ रामचतिमानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास के स्मरण में तुलसी जयंती मनाई जाती है। श्रावण मास की अमावस्या के सातवें दिन तुलसीदास की जयंती मनाई जाती है। गोस्वामी तुलसीदास ने कुल 12 पुस्तकों की रचना की है, लेकिन सबसे अधिक ख्याति उनके द्वारा रचित रामचरितमानस को मिली। दरअसल, इस महान ग्रंथ की रचना तुलसी ने अवधीभाषा में की है और यह भाषा उत्तर भारत के जन-साधारण की भाषा है। इसीलिए तुलसीदास को जन-जन का कवि माना जाता है। वही रामलीला के कलाकारों ने रामलीला की रिहर्सल की कलाकारों ने रामलीला के पात्रों का प्रदर्शन किया ब्यास नवीन चंद्र मिश्रा नब्बू ने रामायण की चौपाइयां गाकर सभी का मन मोह लिया।
सूर्य प्रकाश भारद्वाज,अखिलेश वाजपेयी, नारद गुप्ता, दीपक मिश्रा, नवीन मिश्रा, आदेश मिश्रा, सुरेन्द्र पाण्डेय, अनुज दीक्षित, देवाशीष मिश्रा, नरेन्द्र मिश्रा, पंकज पाण्डेय, मोहित मिश्रा, विदित दीक्षित, शरद मिश्रा’सोनू’,अरविन्द दीक्षित,सुमित दीक्षित, ‘अनुपम पाण्डेय, आदेश दीक्षित, राजेश कश्यप,नमन पांडेय आदि रहे।