घर-घर दश्तक देकर लगेगी कोरोना की दूसरी डोज

FARRUKHABAD NEWS

फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) जनपद में वर्तमान में कोई भी व्यक्ति कोरोना से ग्रसित नहीं है इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि हम लापरवाह हो जाएं| हमें अभी भी सतर्क रहना होगा और खुद को टीके से प्रतिरक्षित करना होगा। कुछ लोग अभी भी टीकाकरण के प्रति लापरवाह बने हुए हैं| यह लापरवाही कहीं हम सब पर भारी न पड़ जाए इसलिए सभी लोग जल्द से जल्द अपने छूटी हुई वैक्सीन लगवा लें|
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ० प्रभात वर्मा ने कहा कि जिले में 6 जून से दस्तक अभियान चलाया जा रहा है| इस दौरान टीकाकरण टीम द्वारा घर-घर भ्रमण कर दूसरी डोज से छूटे हुए लोगों को कोविड का टीकाकरण किया जा रहा है|  साथ ही कहा कि 20 जून के बाद सभी स्कूल खुल रहे हैं|  स्कूलों में छूटे हुए 12 वर्ष से ऊपर के बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा| साथ ही स्कूल प्रबंधन से अपील करते हुए कहा कि आप लोग किसी भी तरह से छूटे हुए बच्चों की सूची उपलब्ध कराने के साथ ही बच्चों को टीकाकरण की जानकारी दें l
डॉ० वर्मा ने कहा कि जिले में 12 से 14 वर्ष के 95,552 बच्चों , 15 से 17 वर्ष के 2,33,270 किशोर किशोरियों को ,18 से 44 वर्ष के 17,38,775 लोगों का 45 से 60 वर्ष के 5,46,563 और 60 वर्ष से अधिक आयु 3,27,287 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है l जिले में 15,98,304 लोगों ने पहली खुराक लगवाई है व 13,17,946 ऐसे लोग हैं, जिन्होंने दोनों खुराक ले ली हैं। वहीं 25197 लोगों को एहतियाती डोज भी लगाया जा चुका है | डॉ० वर्मा ने बताया कि कोरोना से सुरक्षित रहने का एकमात्र विकल्प वैक्सीन की दोनों डोज लगवाना है। इसलिए इसमें देरी नहीं करनी चाहिए। वैक्सीन लगवाने वालों के लिए कोरोना का खतरा काफी कम हो जाता है। यह टीकाकरण ही है जिसने कोरोना की गंभीरता को कम किया है | मोहल्ला खड़ियाई निवासी 75 वर्षीय रामलखन शुक्ला और उनकी पत्नी पुष्पलता ने बूस्टर डोज लगवाने के बाद कहा कि मेरे पैरों में दर्द रहता है इसलिए टीका लगवाने नहीं जा सके आज यहीं घर पर टीका लगवा लिया है|