लखनऊ: सड़क सुरक्षा का विशेष अभियान प्रदेश सरकार गुरुवार से शुरू करने जा रही है। इसकी रूपरेखा समझाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशभर के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि अगले 48 घंटे के अंदर सभी अवैध वाहन स्टैंड खत्म हो जाने चाहिए। हर जगह व्यवस्थित पार्किंग होनी चाहिए, जिससे माफिया, अराजकतत्व और दलाल प्रवृत्ति के लोग बिल्कुल दूर रहने चाहिए। निर्धारित स्थान के बाहर दुकान न लगने देने की हिदायत के साथ स्पष्ट कर दिया है कि यदि अवैध टैक्सी स्टैंड की समस्या हल न हुई तो इसके लिए जिला प्रशासन के अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।
प्रदेश स्तरीय सड़क सुरक्षा अभियान के लिए इस बार मुख्यमंत्री ने विभिन्न संबंधित विभागों को साथ लगाकर कार्ययोजना बनवाई है। इसकी रूपरेखा उन्होंने बुधवार को लोकभवन से वीडियो कान्फ्रेंसिंग कर अधिकारियों को बताई। योगी ने कहा कि प्रत्येक नागरिक का जीवन अमूल्य है। यह अत्यंत दुखद है कि प्रति वर्ष बहुत से लोग थोड़ी सी असावधानी के कारण सड़क दुर्घटनाओं में असमय काल-कवलित हो जाते हैं। हमें सतत सतर्क और सावधान रहना होगा। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा केवल एक विभाग की जिम्मेदारी नहीं है।
यह सामूहिक प्रयास से ही संभव हो सकेगा, इसलिए सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए अंतरविभागीय समन्वय के साथ अभियान चलाना जरूरी है। अभियान के पहले चरण में गुरुवार से अगले पांच दिन तक जोर जागरुकता पर होगा। इस दौरान सड़क सुरक्षा के संबंध में जनजागरुकता के कार्यक्रम होंगे। पब्लिक एड्रेस सिस्टम का अधिकाधिक प्रयोग करें। स्कूली बच्चों द्वारा प्रभातफेरी निकाली जानी चाहिए।जागरुकता के साथ-साथ सख्ती पर भी योगी का पूरा जोर है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अवैध वाहन स्टैंड अगले 48 घंटे में समाप्त हो जाने चाहिए। स्टैंड की जगह तय करें, पार्किंग की जगह सुनिश्चित करें और माफिया, अराजक और दलाल प्रकृति के लोगों को यहां से दूर रखा जाए। नगरों में पार्किंग की व्यवस्था को और मजबूत किया जाए। स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी है कि अवैध टैक्सी स्टैंड की समस्या का स्थायी समाधान करे, अन्यथा अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़कों पर अतिक्रमण की समस्या को समाप्त करना होगा। पटरी व्यवसायियों के लिए स्थान चिन्हित करते हुए सुनिश्चित करें कि कोई तय स्थान के बाहर दुकान न लगाए। व्यापारियों से बातचीत कर यह व्यवस्था बनाएं कि हर दुकान अपनी सीमा के भीतर ही हो। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद, नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा, बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह, परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह सहित अधिकारी उपस्थित थे।
स्टंट करने की जगह नहीं सड़क, सख्ती से लगाएं लगाम : योगी ने बैठक में कहा कि सड़क और ओवरब्रिज स्टंट करने की जगह नहीं हैं। ऐसी अराजकता पर सख्ती से लगाम लगाई जाए। हेलमेट, सीटबेल्ट के प्रयोग को अनिवार्य रूप से कड़ाई के साथ लागू किया जाए। साथ ही प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रदेश के किसी भी क्षेत्र में अनफिट या बिना परमिट के स्कूली बसों का संचालन नहीं होगा।
राजमार्गों और एक्सप्रेसवे पर ओवरस्पीड के कारण आए दिन दुर्घटनाओं की सूचना मिलती है। ऐसे में ब्लैक स्पाट के सुधारीकरण, गतिमापन, त्वरित चिकित्सा सुविधा, सीसीटीवी आदि व्यवस्था को और बेहतर करने की जरूरत है। संबंधित प्राधिकरण इस दिशा में गंभीरता से विचार करते हुए काम करें। राजमार्गों पर ट्रकों की कतार नहीं लगनी चाहिए। एंबुलेंस रिस्पांस टाइम को और कम करें।