Tuesday, December 24, 2024
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मैं हिस्ट्रीशीटर लकी पाल अब सुधरना चाहता हूँ !

फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) जब सुधरने की उमर थी उस समय तो हद से जादा बिगड़ गये| मजे-मजे में ही रंगदारी से लेकर रंगबाजी तक और जान लेवा हमले से लेकर जान लेनें तक का सफर कुछ महीनों में ही तय करने वाले हिस्ट्रीशीटर लकी पाल अब अपना लक सुधारना चाहता है| उनसे पत्नी के साथ जाकर एसपी से भेट की और कहा की अब वह सुधरना चाहता है| लिहाजा पुलिस उसे परेशान ना करे|
दरअसल एक 2014 के दौर में शहर कोतवाली के अंगूरी बाग निवासी एक युवा बदमाश कल्लू पाल ने अपना खासा आतंक और दहशत कायम कर रखी थी| लेकिन एक दिन उसने 26 अगस्त 2014 को जब पुलिस ने उसकी उसके ही घर में घेराबंदी की तो खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी| कल्लू के आत्महत्या कर लेनें के बाद उसके परिवारिक भतीजे लकी पाल ने उसकी जगह लेनी शूरू कर दी| लोगों से रंगदारी लेना, उन्हें धमकाना और बात ना मानने पर गोली चला देना लकी का पेशा था | अपराध की दुनियां में अपना नाम ऊंचा करनें की सोच लिए लकी पाल पुलिस की नजर से फरार चल रहा था| लेकिन उसके बाद भी लकी पाल ने शहर के मोहल्ला नरकसा निवासी दोस्त शिवम शंखवार की 9 अगस्त 2016 की रात गोली मारकर हत्या की थी|  1 सितम्बर 2020 को लकी पाल को पुलिस मुठभेड़ में गोली लगनें के बाद उसे गिरफ्तार किया गया था| उसके ऊपर हत्या, रंगदारी, जान से मारने का प्रयास सहित अन्य मामले दर्ज है| लकी पुलिस के रिकार्ड में हिस्ट्रीशीटर है| उसके ऊपर 2014 से 2019 तक के आपराधिक मुकदमें हैं| मंगलवार को लकी अपनी पत्नी कालज के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पंहुचा और एसपी से गुहार लगायी| वह अपने सीने पर एक तख्ती लगाकर पंहुचा| जिस पर लिखा था की “मै लकी पाल हिस्ट्रीशीटर हूँ, मेरी सभी मुकदमों में जमानत हो चुकी है| मैंने शादी भी कर ली है| अब मैं सुधरना चाहता हूँ| कृपया जानमाल की राहत प्रदान करें”

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