लखनऊ: उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2022 में इटावा के जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र से जीतने वाले शिवपाल सिंह यादव के तेवर एक बार फिर काफी तीखे हैं। समाजवादी पार्टी के सिंबल पर चुनाव जीतने वाले प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव को शनिवार को समाजवादी पार्टी विधायक दल की बैठक में नहीं बुलाया गया है। इससे वह काफी नाराज हैं। अब वह अगला कदम उठाने जा रहे हैं।
लखनऊ में शनिवार को समाजवादी पार्टी के नवनिर्वाचित 111 विधायकों की बैठक पार्टी कार्यालय में हैं। इस बैठक में विधायक अपना नेता चुनेंगे। अखिलेश यादव को विधायक दल का नेता चुने जाने की औपचारिकता है। इसी बीच शिवपाल सिंह यादव के तेवर बेहद तीखे हो गए हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी से बगावत करने वाले शिवपाल सिंह यादव के तेवर एक बार फिर बगावती हो गए हैं।समाजवादी पार्टी विधायक दल की बैठक में शिवपाल सिंह यादव को शनिवार को नहीं बुलाया गया है। इसी कारण वह विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हुए हैं। अपने आवास पर निमंत्रण मिलने का इंतजार करने के बाद अब वह इटावा जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी विधायकों को पार्टी कार्यालय से फोन किया गया था लेकिन उन्हें कोई फोन नहीं आया। शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि मुझे पार्टी की बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया है। मैंने दो दिनों तक प्रतीक्षा की और इस बैठक के लिए अपने आगे के सभी कार्यक्रम को रद कर दिया था। इसके बाद भी मुझे आमंत्रित नहीं किया गया। मैं समाजवादी पार्टी से विधायक हूं लेकिन फिर भी विधायक दल की बैठक में मुझे आमंत्रित नहीं किया। शिवपाल यादव ने कहा कि वह तो समाजवादी पार्टी में सक्रिय हैं और विधायक भी समाजवादी पार्टी से ही हैं। उन्हें विधायक दल की बैठक में क्यों नहीं बुलाया गया इसका उत्तर पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व ही दे सकता है। उन्होंने कहा कि पार्टी के हार की भी समीक्षा होनी चाहिए। उन्होंने अगले कदम के बारे में कहा अभी बहुत समय है जल्द ही आपको बताऊंगा। अखिलेश यादव से फिर नाराज शिवपाल सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी से विद्रोह कर दिया है। उन्होंने कहा मैं समाजवादी पार्टी के विधायकों की बैठक में नहीं जा रहा हूं। मैं अब लखनऊ से सीधा इटावा जा रहा हूं। शिवपाल सिंह यादव ने अगले कदम पर कहा कि इस बारे में जल्द ही आपको बताऊंगा। शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि मैं तो समाजवादी पार्टी का सक्रिय सदस्य बनकर ही इटावा के जसवंतनगर से चुनाव लड़ा था। अखिलेश यादव को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने पर उन्होंने कहा कि जब मुझे बैठक में ही नहीं बुलाया गया तो मैं इस विषय पर मैं कुछ भी नहीं बोल सकता हूं। इटावा जाकर जसवंतनगर की जनता के बीच अब कुछ समय बिताउंगा।