फर्रुखाबाद:(दीपक-शुक्ला) जिले की चार सीटों में से कायमगंज विधान सभा सीट भी राजनैतिक द्रष्टिकोण से अलग ही मायने रखती है| क्योंकि कायमगंज विधान सभा क्षेत्र के ही मूल निवासी डॉक्टर जाकिर हुसैन देश के राष्टपति बने थे| कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद का गृह क्षेत्र भी कायमगंज ही है| धार्मिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से भी कायमगंज काफी महत्वपूर्ण है| इस विधान सभा में 3,91,682 मतदाता है| 459 मतदान केंद्र है|
आपको बताते चले की कायमगंज विधान सभा विगत 2012 के विधान सभा चुनाव के दौरान परिसीमन के बाद आरक्षित हो गयी थी| कायमगंज विधान सभा में कांग्रेस, जनता दल, बहुजन समाज पार्टी (बसपा), समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी विधानसभा में अपनी नुमाइंदगी कर चुके है| कायमगंज सुरक्षित विधानसभा सीट के राजनीतिक अतीत की बात करें तो ये सीट साल 1951 में अस्तित्व में आई थी| 1951 से लेकर 2007 तक ये विधानसभा सीट सामान्य रही| 2012 के परिसीमन के बाद कायमगंज विधानसभा सीट को आरक्षित कर दिया गया| इस सीट पर कभी भी किसी एक राजनीतिक दल का वर्चस्व नहीं रहा है|
अब तक यह रहे विधायक
कायमगंज विधानसभा सीट से साल 1951 और 1957 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सुल्तान आलम खान, 1962 में पीएसपी के सियाराम गंगवार, 1967 में बीजेएस के गिरीश चन्द्र विधायक निर्वाचित हुए| साल 1969 के चुनाव में सियाराम गंगवार कांग्रेस के टिकट पर उतरे और विजयी रहे, 1974 में आईएनडी के अनवार मोहम्मद खान, 1977 में जेएनपी के गिरीश चन्द्र, 1980 में जेएनपी के टिकट पर अनवार मोहम्मद खान ने जीत हासिल की| साल 1985 में आईएनडी के राजेंद्र सिंह गंगवार, 1989 में आईएनडी के फकीरे लाल वर्मा, 1991 में जनता दल के इजहार आलम खान, 1993 में सपा के प्रताप सिंह यादव चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचने में सफल रहे| 1996 में बीजेपी के सुशील शाक्य, 2002 में कांग्रेस की लुईस खुर्शीद, 2007 में बीएसपी के कुलदीप गंगवार विजयी रहे| साल 2012 में परिसीमन के बाद ये विधानसभा सुरक्षित घोषित हो गई| परिसीमन के बाद पहले चुनाव में सपा के अजीत कठेरिया जीते|
कायमगंज विधानसभा सीट के सुरक्षित सीट घोषित होने के बाद 2017 में दूसरी दफे विधानसभा चुनाव हुए| 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अमर सिंह खटीक को उम्मीदवार बनाया| बीजेपी के टिकट पर चुनावी रणभूमि में उतरे अमर सिंह खटीक चुनाव जीतकर लखनऊ की विधानसभा में पहुंचने में भी सफल रहे|