फर्रुखाबाद:(राजेपुर संवाददाता) परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के लिए स्वास्थ्य महकमा सास, बेटा और बहू सम्मेलन करा रहा है| जिसके चलते बुधवार को सास-बेटा-बहू सम्मेलन आयोजित किया गया | सम्मेलन में सास-बेटा बहू के बीच समन्वय एवं संवाद को बेहतर बनाने के लिए जानकारी प्रदान की गई। वहीं परिवार नियोजन के साधनों के प्रति जागरूक किया गया। सम्मेलन के दौरान कोविड प्रोटोकाल का भी पूरी तरह से पालन किया गया | आशा और एएनएम द्वारा समुदाय के हित को ध्यान में रखते हुए सम्मेलन को आशा के क्षेत्रीय उपकेन्द्र अथवा ग्राम सभावार उपकेन्द्र पर आयोजित किया जा रहा है |
सम्मेलन को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य सास, बेटा एवं बहू को एक साथ, एक मंच पर लाकर परिवार नियोजन के प्रति जागरूक करना है। इसके साथ ही परिवार नियोजन के साधनों की जानकारी देते हुए इन साधनों को अपनाने के लिए प्रेरित भी करना है।
जनपद में बुधवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजेपुर के उपकेन्द्र जैनापुर में सास -बेटा -बहू सम्मेलन का आयोजन किया गया | इसका शुभारम्भ जैनापुर के ग्राम प्रधान प्रभाकर और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) राजेपुर के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ० प्रमित राजपूत ने किया | डॉ० प्रमित राजपूत ने बताया “ संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए हर क्षेत्र में आशा कार्यकर्ता कार्य कर रही हैं ताकि हम सब मिलकर मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम कर सकें | अगर महिलाएं समय पर टीकाकरण और संस्थागत प्रसव कराती हैं तो हम कई बच्चो की जान बचा सकते हैं | उन्होंने यह भी बताया कि संस्थागत प्रसव कराने पर ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को 1400 रूपये प्रोत्साहन राशि एवं 48 घंटे तक अस्पताल में रुकने पर खाने ओर् रहने की भी नि:शुल्क व्यवस्था की गई है | डॉ. राजपूत ने कहा कि बच्चे उतने ही अच्छे होते हैं जिनकी हम अच्छी तरह से परवरिश कर सकते हैं, बच्चों के जन्म के बीच कम से कम तीन वर्ष का अंतर होना चाहिए |
सीएचसी राजेपुर के ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक रोहित सिंह ने महिलाओं को परिवार नियोजन के साधनों के बारे में बताया और कहा कि छोटा परिवार सुख का आधार होता है | इसलिए हम सभी को परिवार को सीमित रखना चाहिए | परिवार नियोजन की सुविधाएँ, जैसे- महिला व पुरुष नसबंदी , कापर टी, अंतरा त्रैमासिक गर्भनिरोधक इंजेक्शन और साप्ताहिक गोली छाया को अपनाकर हम अपने परिवार को सीमित कर सकते हैं | जिला फैमिली प्लानिंग लॉजिस्टिक मैनेजर विनोद कुमार ने बताया कि गर्भ निरोधक साधनों को अपनाने पर लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए मिशन परिवार विकास की ओर से प्रोत्साहन राशि दी जाती है। पुरूष नसबंदी पर 3000 तथा महिला नसबंदी पर 2000 रूपये लाभार्थी को दिए जाते हैं । प्रसव के सात दिन के अंदर नसबंदी कराने पर महिला को 3000 तथा प्रसव के 48 घंटे के भीतर पीपीआईयूसडी लगवाने पर महिला को 300 रूपये मिलते हैं। अंतरा इंजेक्शन लगवाने पर लाभार्थी को 100 रूपये दिए जाते हैं।
इस दौरान शपथ, प्रश्नोत्तरी और रंगोली प्रतियोगिता के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी देने के साथ ही सवाल जबाब किये गए | सास बेटा बहू सम्मेलन में परिवार नियोजन के साधन अपनाने और नव वधुओं को विभाग की ओर से उपहार देकर सम्मानित किया गया।
जैनापुर की उर्मिला ( उम्र 22 वर्ष ) कहती हैं कि इस तरह के कार्यक्रम से हम लोगों को काफ़ी जानकारी मिल जाती है कि हमें अपने और बच्चे के स्वास्थ्य के लिए क्या करना उचित रहेगा और क्या नहीं | सम्मेलन के दौरान उपकेन्द्र की एएनएम नीलम, आशा कार्यकर्त्ता सहित लगभग 90 प्रतिभागी मौजूद रहे |