फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो)आजादी के अमृत महोत्सव के तहत जिला विविध सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष जिला जल शिव शंकर प्रसाद तत्वाधान में जिला कारागार में श्री बाबू सिंह जय सिंह आर्युवेदिक मेडिकल कालेज एण्ड हास्पिटल फर्रुखाबाद ने मेडिकल कैम्प का आयोजन किया| जिसमे विभिन्य बीमारियों का इलाज और सलाह दी गयी|
मेडिकल कालेज के सहयोग से वृहद चकित्सा शिविर का आयोजन हुआ। चिकित्सा शिविर का उदघाटन आरती मौर्या, न्यायिक मजिस्ट्रेट एवं वीएस० मुकुन्द जेल अधीक्षक द्वारा संयुक्त दीप प्रज्जवलन कर किया गया। चिकित्सा शिविर में विभिन्न रोगो जैसे हृदय रोग के 42 बन्दी, नाक कान, गला के 70 बन्दी, नेत्र रोग के 48 बन्दी, सामान्य फिजीशियन 180 बन्दी, त्वचारोग के 102 बन्दी एवं महिला बैरक में 48 महिला एवं 09 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर दवा वितरित करायी गयी। चिकित्सा शिविर में जेल चिकित्सक डा० अमित अग्रवाल, व जेल फार्मासिस्ट श्री यादवेन्द्र मोहन का विशेष सहयोग रहा| कारागार में 36 बन्दियों की आरटीपीसीआर जॉच करायी गयी एवं 20 बन्दियों का टीकाकरण कराया गया| डॉ० शैलेन्द्र सिंह यादव, डा० सुनीता यादव, ,डा० मजुनाथ, डा० सुरेन्द्र विस्वाल, डा० शिवम चौबे, डा० सुप्रिती, डा० निशी सिंह, डा०अमन कटियार, डा० अवनीश वर्मा, डा० दीपक यादव, नेत्र रोग विशेषज्ञ डा० सुनीता यादव, आदि रहे| अखिलेश कुमार कारापाल व अखिलेश कुमार उप कारापाल नें व्यवस्था देखी|सेन्ट्रल जेल में 207 बंदियों की हुई आरटीपीसीआर
केन्द्रीय कारागार फतेहगढ़ पर कोरोना वायरस के नये वैरिएंट ओमीकान के बचाव को स्वास्थ कर्मियों की टीम द्वारा 207 बंदियों की आरटीपीसीआर जाँच कराई गयी| अब तक कुल 823 बंदियों की जाँच कराई जा चुकी है। सेन्ट्रल जेल के वरिष्ठ के जेल अधीक्षक प्रमोद कुमार शुक्ला नें बताया कि अब तक प्राप्त जाँच रिपोर्ट में कोई भी बंदी कोरोना संकमित नहीं पाया गया है। कारागार में शत प्रतिशत बंदियों का टीकाकरण पूर्व में ही कराया जा चुका है| मात्र 5 नव प्रवेशी बंदियों को वैक्सीन की दूसरी खुराक दिया जाना शेष है। उन्होंने बताया कि कारागार में प्रवेश करने वाले प्रत्येक व्यक्ति अधिकारी, कर्मचारी तथा बन्दियों से मुलाकात करने वाले परिजनों को थर्मल स्कैनिक, सेनैटाइजर अथवा साबुन से हाथ धोने के पश्चात ही कारागार में प्रवेश दिया जा रहा है। मुलाकात में आने वाले उन्ही व्यक्तियों को प्रवेश दिया जा रहा है जो 72 घन्टे के अन्दर की आरटीपीसीआर नकारात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं।