निजीकरण का विरोध, हड़ताल कर बैंकाें से बाहर निकले कर्मचारी

FARRUKHABAD NEWS Politics

फर्रुखाबाद:(नगर संवाददाता)केंद्रीय आह्वान पर जिले भर में विभिन्न बैंकों की शाखाओं में कर्मियों ने दो दिवसीय हड़ताल शुरू हो गई है।  यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस के आह्वान निजीकरण के विरोध में बैंककर्मियों नें प्रदर्शन किया। इसके तहत जिले में आज व कल बैंककर्मियों की हड़ताल रहेगी।  बैंककर्मियों ने दो टूक कहा कि निजीकरण देश के हित में नहीं है। इसलिए ऐसा नहीं होना चाहिए।
गुरुवार को इंडियन ओवरसीज बैंक कर्मचारियों ने बैंकिग के एमेंडमेंट बिल-2021 के विरोध में शहर के ठंडी सड़क स्थित पीएनबी के सामनें प्रदर्शन किया। इसके साथ ही बैंककर्मी आज व कल दो दिन की हड़ताल पर चले गए। बैंक कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि यदि सरकार इस बिल को वापस नहीं लेती तो उनकी हड़ताल आगे भी जारी रहेगी। बैंककर्मियों ने कहा कि इस बिल के पास होने पर सरकार 76 प्रतिशत इक्विटी बेच सकेगी। ये बैंकों पर सरकार के नियंत्रण को बदलकर प्राइवेट हाथों में देना होगा। सभी बैंक कर्मचारी इसका विरोध करते हैं। जिला मंत्री केदार शाह ने कहा बैंकों का निजीकरण देशहित में नहीं है। विगत में कई प्राइवेट बैंक फेल हो चुके हैं। इसमें आम जनता का पैसा भी डूबा है। सरकारी बैंकों में सरकार जनता के धन की सुरक्षा की गारंटी लेती है, लेकिन प्राइवेट होने पर शाखाओं में कमी होगी। इससे आम जनता को बैंकिग सुविधाएं कम मिलेंगी। निजीकरण से बैंकों के दरवाजे धीरे-धीरे आम आदमी के लिए बंद होते चले जाएंगे। अभी सरकार सेंट्रल बैंक आफ इंडिया व इंडियन ओवरसीज बैंकों के निजीकरण का प्रस्ताव ला रही है, लेकिन यह निश्चित है कि भविष्य में धीरे-धीरे सारे बैंकों का निजीकरण होगा, क्योंकि यह सरकार की नीति है। इसी बिल के विरोध में बैंक कर्मचारी आज व कल हडताल पर रहकर विरोध-प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार बिल वापस नहीं लेती है तो उनकी हड़ताल आगे भी जारी रहेगी।