Monday, December 23, 2024
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चार साल पूर्व जिला जेल के बबाल में लहुलुहान हुए थे प्रभारी डीएम, अधीक्षक व जेल कर्मी

फर्रुखाबाद:(दीपक-शुक्ला) जिला जेल फतेहगढ़ आये दिन विवादों के घेरे में रहती है| जिसके चलते बंदियों से संघर्ष आये दिन होना आम बात हो गयी| बीते लगभग चार साल पूर्व भी  जिला जेल में बंदियों ने ठीक आज ही की तरह घटना को अंजाम दिया था|  (फोटो 26 मार्च की घटना का है) जिसमे प्रभारी डीएम, जेल अधीक्षक व जेल कर्मी घायल हो गये थे|
दरअसल तत्कालीन जिलाधिकारी प्रकाश बिंदु के अवकाश पर जानें के बाद उन्होंने सीडीओ एनपी पांडेय को डीएम का चार्ज दे दिया था| उसी दौरान 26 मार्च 2017 को जिला जेल के बंदीयों नें डॉ० नीरज पर अबैध बसूली का आरोप लगाया और जेल में बबाल कर आगजनी कर दी| जेल में बबाल के बाद प्रभारी डीएम एनपी पाण्डेय व भारी पुलिस बल मौके पर आ गया | बंदियों को शांत करनें के चलते प्रभारी डीएम एनपी पाण्डेय घायल हो गये| जिसके बाद उन्हें लोहिया अपस्ताल भेजा गया| इसके साथ ही तत्कालीन अधीक्षक राकेश कुमार वर्मा का सिर बंदियों नें फोड़ दिया था| वह भी लहुलुहान हालत में लोहिया भेजे गये| बंदी रक्षक संतोष कुमार भी बुरी तरह जख्मी हो गये थे| इसके साथ ही बंदी सतीश व् भानू की भी हालत गंभीर होनें पर लोहिया अस्पताल में भर्ती किया गया| बाद में लापरवाही में तत्कालीन जेलर धर्मपाल को शासन नें निलंबित किया था| 26 मार्च 2017 का विवाद भी राजेपुर क्षेत्र के कैदी अतुल के कारण  हुआ था। अतुल धारा 302 और 376 का मुल्जिम था। काफी दिनों से जेल के अस्पताल में भर्ती था। बंदियों नें चिकित्सक पर अबैध बसूली का आरोप लगाया था|
इसके बाद फिर 7 नवबंर 2021 रविवार को फिर बबाल हो  गया| इस बार भी साथी बंदी संदीप यादव की डेंगू से उपचार में लापरवाही से मौत होनें का आरोप लगाकर आगजनी कर पथराव किया| आपको बताते चले की पिछले 26 मार्च को जब जेल में बबाल हुआ तो उस दिन भी रविवार था| पिछली बार भी बंदी के इलाज का मामला था और इस बार भी बंदी के इलाज का मामला है| बड़ी बात तो यह है की बार-बार हो रही घटनाओं के बाद भी अधिकारी सबक नही लेते| जेल के जुड़े सूत्रों की मानें तो जिला जेल के कुछ अधिकारी बंदियों का उत्पीड़न कर रहे थे| जिससे बबाल की चिंगारी भीतर ही भीतर सुलग रही थी| आलाधिकारियों के आये दिन जेलों के निरीक्षण के बाद भी जेल में इतना बड़ा बबाल सबाल तो खड़े करता है|
2015 में भी बंदियों नें किया था पथराव
दरअसल 2 अगस्त को जिला जेल फतेहगढ़ में तलाशी के विरोध में बंदी भड़क गये थे और उन्होनें बंदी रक्षकों पर जमकर पथराव किया था| बाद में अधिकारियों नें स्थित को सामान्य किया था| डीआईजी जेल वीपी त्रिपाठी नें बताया कि वह मामले की जाँच करेंगे और उसके बाद आग्रिम कार्यवाही होगी| 

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