फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) बुधवार को रामगंगा का जलस्तर 25 सेंटीमीटर कम होनें के बाद भी रामगंगा खतरे के निशान से ऊपर बनी हुई है| जबकि गंगा 15 सेंटीमीटर कम रिकार्ड की गयीं| गंगा -रामगंगा का जलस्तर कम होनें के बाद भी लोगों की मुश्किलें कम होनें का नाम नही ले रहीं है|
राजेपुर क्षेत्र में गंगा-रामगंगा का पानी 24 घंटे के बाद काफी कम हुआ है| वहीं गांव में अभी तक 3 से 5 फुट पानी गलियों में भरा हुआ है| जिससे बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ गया है| राजेपुर क्षेत्र गांव जगतपुर, सबलपुर, शीशराम की मडैया, पट्टी दारापुर, दहलिया क्षेत्र के लगभग 150 गांव में बाढ़ का पानी पहुंचा था लेकिन अब पानी कुछ कम हुआ है| जगतपुर निवासी अवधेश पुत्र निरंजन, अनुज पुत्र राधेश्याम, गुड्डू पुत्र रामस्वरूप, वीनू पुत्र हरिनाम ने बताया कि गांव में स्वास्थ्य टीम नहीं आयी है| बुखार से 50 लोग बीमार होकर घरों में पड़े हैं| लोग छतों पर पॉलिथीन तानकर गैस-चूल्हे पर खाना बना रहे हैं| गांव में बिजली कटौती बाढ़ के कारण की गयी| जो कि 4 दिन से अभी तक गांव में बिजली चालू नहीं हुई|
डॉ० प्रमीत राजपूत ने बताया कि कल स्वास्थ्य टीम को भेजकर जगतपुर गांव में कैंप लगाया जाएगा और मरीजों को दवा दी जायेगी| राजेश पुत्र शंभू निवासी जगतपुर ने बताया कि बाढ़ के पानी में उसकी झोपड़ी टूट गई| 15 बीघा पट्टा मिला था लेकिन पट्टे में कोई फसल नहीं हो पा रही है| प्रधान बृजपाल निवासी जगतपुर की तरफ से आवास नहीं दिया गया है जिससे वह सड़क किनारे गिट्टी के टीले के निकट ही पॉलिथीन डालकर गुजर-बसर परिवार के साथ कर रहा है|
यह है गंगा-रामगंगा का जलस्तर
रामगंगा का जलस्तर 25 सेंटीमीटर कम होने पर 137.50 मीटर पर पहुंच गया है।रामगंगा खतरे के निशान से 40 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। खोह हरेली रामनगर से रामगंगा में 10063 क्यूसेक पानी छोडा गया है। गंगा का जलस्तर 15 सेंटीमीटर घट जाने से 136.90 मीटर पहुंच गया है।नरौरा बांध से गंगा में 59555 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।