लखनऊ:(जेएनआई) हाल ही में जिम्मेदारी संभालने वाले जिला पंचायत अध्यक्षों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम पंचायतीराज विभाग ने आयोजित किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें सुशासन की परिभाषा समझाई, जनविश्वास पर खरा उतरने का गुरुमंत्र दिया। साथ ही कहा कि जिला पंचायतों के पास अभी 2900 करोड़ रुपया उपलब्ध है। प्राथमिकता तय कर इसे विकास कार्यों पर खर्च करें। साथ ही पंचायतों की आय बढ़ाने पर भी योगी ने जोर दिया। कार्यशाला के उपरान्त अध्यक्ष जिला पंचायत संगठन की प्रदेश कार्यकारणी का गठन भी किया गया| जिसमे जनपद फर्रुखाबाद की जिला पंचायत अध्यक्ष मोनिका यादव को प्रदेश उपाध्यक्ष नामित किया गया|
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला पंचायत त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था की सर्वाेच्च संस्था है। जिला पंचायत अध्यक्ष जिले का प्रथम नागरिक है। प्रदेश के सभी जिला पंचायत अध्यक्ष 15 से 65 लाख तक की आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं। अनेक देशों की आबादी भी इतनी नहीं है, इसलिए आप सभी की प्राथमिकता जनविश्वास पर खरा उतरने की होनी चाहिए। सुझाव दिया कि प्राथमिकता तय कर उसके अनुसार काम करेंगे तो सफलता अवश्य मिलेगी। कार्य पद्धति का आदर्श एवं प्रेरणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कार्य पद्धति होनी चाहिए। योगी ने कहा कि प्रशिक्षण का अपना महत्व है। प्रशिक्षण, पारस्परिक संवाद से एक-दूसरे के अनुभव से परिचित होने और अच्छे कार्यों को अंगीकार करने का अवसर देता है। अध्यक्षता पंचायती राज्यमंत्री भूपेन्द्र चौधरी ने की। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि उपेन्द्र तिवारी राज्य मंत्री पंचायती राज्य एवं अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह एवं अरविन्द राय डिप्टी डायेक्टर पंचायती राज्य भी उपस्थित रहें।
कार्यशाला के समापन के दौरान अध्यक्ष जिला पंचायत संगठन उ०प्र० की कार्यकारिणी का सर्व सम्मति से गठन किया गया। जिसमे संरक्षक ददन मिश्रा अध्यक्ष जिला पंचायत श्रावस्ती (पूर्व सांसद), अध्यक्ष डॉ० धनश्याम अनुरागी अध्यक्ष जिला पंचायत जालौन (पूर्व सांसद), उपाध्यक्ष मोनिका यादव अध्यक्ष जिला पंचायत फर्रुखाबाद, अशोक जाटव अध्यक्ष जिला पंचायत चित्रकूट, संजय चौधरी अध्यक्ष जिला पंचायत बस्ती, नरेन्द्र सिंह अध्यक्ष जिला पंचायत लखीमपुर, शकुन सिंह अध्यक्ष जिला पंचायत उन्नाव मनोनीत किया गया|