फर्रुखाबाद:(शमसाबाद संवाददाता) जनपद में राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बुधवार को ब्लॉक के बाबा रामरक्ष पाल इंटर कालेज में किशोर स्वास्थ्य मंच कार्यक्रम के माध्यम से किशोरियों को कोरोना, कुपोषण, एनीमिया, माहवारी और उनमें होने बाले शारीरिक व मानसिक बदलाव के बारे में जागरूक किया गया | साथ ही किशोरियों के स्वास्थ्य की जाँच जिसमें हीमोग्लोविन, ब्लड प्रेशर, वजन और लम्बाई की नाप भी की गई
राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल डॉ. दलवीर सिंह ने कहा कि एनीमिया एक प्रमुख जन स्वास्थ्य समस्या है जिसका मुख्य कारण अल्प पोषण तथा खान-पान में कमी होना है। किशोरावस्था में निरंतर शारीरिक व मानसिक बदलाव होते है इसलिए इस दौरान किशोरियों को खान पान का उचित ध्यान रखना चाहिए |
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम टीम की डॉ. कल्पना ने कहा कि आज की किशोरी कल किसी के घर की रौनक बनेगी, अगर एक किशोरी अस्वस्थ रहेगी तो बेहतर कल का निर्माण क्या करेगी | इसलिए माता पिता का दायित्व बनता है कि किशोरियों के पोषण का सर्बाधिक ध्यान रखें |
साथ ही डॉ कल्पना ने किशोरियों को कोरोना से बचने के लिए मास्क, दो गज की दूरी और अपने हाथों की बार बार सफाई करने के लिए भी कहा |
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शमसाबाद की आरकेएसके की किशोर स्वास्थ्य समन्वयक आकांक्षा ने कहा कि सांस फूलना , जल्दी थक जाना, भूख न लगना, चक्कर आना व महावारी में परेशानी होना एनीमिया के लक्षण है यदि किसी किशोरी को इस प्रकार की समस्या आ रही है तो उसे अपने पास के स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर अपना परीक्षण कराना चाहिए और उचित परामर्श लेकर नीली गोली का सेवन अवश्य करना चाहिए |
राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के जनपद सलाहकार चन्दन यादव ने कहा कि किशोरावस्था 10 से 19 वर्ष की आयु का बह अंतराल है जिसमें किशोर किशोरियों में शारीरिक व मानसिक विकास और परिवर्तन तेजी से होते हैं इन परिवर्तनों को समझ पाने में किशोर किशोरी स्वयं को भ्रम की स्थिति में पाते हैं जिससे उनका स्वास्थ्य एवं वृद्धि प्रभावित होता है इसमें समुचित विकास के लिए पोषण एक महत्वपूर्ण कारक है इसिलिये पोषण पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
चन्दन ने बताया कि सूर्य कुमारी इंटर कालेज मंझना में 25 सितम्बर को शहरी क्षेत्र में सिटी गर्ल्स इंटर कालेज में 24 सितम्बर, मोहनलाल शुक्ला इंटर कालेज में 27 सितम्बर को किशोर स्वास्थ्य मंच के माध्यम से स्वास्थ्य जाँच की जाएगी |
बाबा रामरक्ष पाल इंटर कालेज की प्रधानाचार्या शीला शाक्य ने कहा कि किशोरावस्था अति संवेदनशील अवस्था है, जिसमें किशोर किशोरियों में अनेक शारीरिक व मानसिक , परिवर्तन होते हैं | इस अवधि में मन चंचल होता है, गलत आदतों को तेजी से अपना लेने की प्रवृत्ति भी आ जाती है। कार्यक्रम में भाषण, प्रश्नोत्तरी और मेहँदी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें श्रध्दा प्रथम, काजल द्वितीय व निवेदिता ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। साथ ही स्टाफ नर्स द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण कर आयरन की गोलियां भी दी गयीं | स्टाफ नर्स रिया आदि रहे|