फर्रुखाबाद:(अमृतपुर/कमालगंज संवाददाता) मंगलवार को भी गंगा की जद में बसे गांवों में मुसीबत कम होनें का नाम नही ले रही है| दिनों दिन बढ़ रहे जल स्तर से ग्रामीणों में धडकनें तेज हो रही है| हजारों बीघा खेत बाढ़ में पानी में समा चुके है| कटान में कई गाँव साफ हो चुके है| लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई गतिविधि तेज नजर नही आ रही है|
कमालगंज के ग्राम कल्लू नगला, धारा नगला पूरी तरह से बाढ़ के पानी में समा चुके है| वहीं अब जंजाली नगला की तरफ बाढ़ तेजी के साथ बढ़ रही है| लिहाजा मंगलवार को तहसीलदार राजू कुमार दौरा करनें जंजाली नगला पंहुचे और उन्होंने ग्रामीणों से बात की| कल्लू नगला निवासी रामप्रकाश पुत्र रामचन्द्र ने अपनी तीन बीघा जमीन देने के लिए तहसील दार से कहा जो उचित दाम हो बाद में ले लेगें | प्रधान प्रमोद यादव व ग्रामीणों नें लेखपाल प्रकाश चंद कोदूसरी जगह तबादला करनें की मांग की|
अमृतपुर के आधा दर्जन गांव रामप्रसाद नगला माखन नगला फखरपुर करनपुर घाट बली पट्टी रानीगांव आसमपुर की बगिया गंगा के किनारे बसे हुए हैं| शासन से इन गांव के प्रधानों ने गुहार लगाई थी कि अगर एक छोटा सा बांध मिल जाए तो बाढ़ के प्रकोप से बचाया जा सकता है| लेकिन उन्हें बदले में निराशा ही मिली| गंगा में अधिक पानी बढ़नें से ग्रामीणों की धडकनें तेज हो गयीं है|
गंगा उफनाई ,रामगंगा बढ़ी
गंगा का जलस्तर 10 सेंटीमीटर बढ़कर समुद्र तल से 136.80 मीटर पर पहुंच गया है।नरौरा बांध से 127260 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है जिससे गंगा के जलस्तर में और बृद्धि होने की आशंका बढ़ गई है। रामगंगा का जलस्तर 35 सेंटीमीटर बढ़कर 134.50 मीटर पर पहुंच गया है। खोह हरेली रामनगर से रामगंगा में 5043 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।